
आज शाम ही केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के भारी भरकम मंत्रिमंडल विस्तार होने जा रहा है। मंत्रिमंडल विस्तार से पूर्व कई मंत्रियों की छुट्टी कर दी गई है।
इनमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाॅ हर्षवर्धन, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, श्रम मंत्री संतोष गंगवार और महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री देबाश्री चैधरी का नाम शामिल है।
इनके साथ ही केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री सदानदं गौड़ा, सामजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत, केंद्रीय राज्य मंत्री प्रताप सारंगी, संजय धोतरे, रतन लाल कटारिया एवं बाबुल सुप्रियो को भी केंद्रीय मंत्रिमंडल से चलता कर दिया गया है।
मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार कोरोना की दूसरी लहर में देश भर में फैली कुव्यवस्था की वजह से डाॅ हर्षवर्धन से इस्तीफा ले लिया गया है।
कोरोना वायरस की दूसरी लहर में देश भर में लाखों लोग सरकारी बदइंतजामी की वजह से मर गए।
अस्पतालों में बेड नहीं था, जहां बेड मिला वहां आॅक्सीजन की कमी थी, जरुरी दवाईयों और वैक्सीन के अभाव ने भी पूरे देश को रुलाया।
कहा जा रहा है कि डाॅ हर्षवर्धन को इसी का खामियाजा भुगतना पड़ा। हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि डाॅ हर्षवर्धन को इस्तीफा क्यों देना पड़ गया?
वैसे डाॅ हर्षवर्धन पेशे से स्वयं डाॅक्टर भी हैं लेकिन रामदेव की कोरोनिल का प्रचार कर कर उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री के पद की गरिमा को तार तार कर रख दिया था। इस वजह से लोगों ने डाॅ हर्षवर्धन की काफी खिंचाई भी हुई थी।
देश के जाने माने अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने डाॅ हर्षवर्धन को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाए जाने पर खूब चुटकी ली है।
प्रशांत भूषण ने ट्वीटर पर लिखा है कि “अरे ! पहले प्रधानमंत्री डाॅक्टर नरेंद्र मोदी लाॅकडाउन, वैक्सीन आदि सभी फैसले खुद लेते हैं और रिकाॅर्ड वक्त में कोविड को नियंत्रित करने का श्रेय भी खुद लेते हैं.
रिकाॅर्ड समय में लोगों को मुफ्त वैक्सीनेशन करने के लिए हर तरफ से धन्यवाद उन्हें यानी कि मोदीजी को धन्यवाद मिलता है, फिर वो डाॅ हर्षवर्धन को हटा देते हैं ! घोर अन्याय मोदी जी घोर अन्याय !
Arre! First Dr Narendra Modi takes all decisions on Lockdown, vaccines etc & also takes credit for having controlled Covid in record time. He gets all to thank him for vaccinating people free in record time. Then he sacks Dr Harsh Vardhan! Ghor anyaya, Modi ji, Ghor anyaya! https://t.co/2PcN7DbgXk
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) July 7, 2021
डाॅ हर्षवर्धन के इस्तीफे के बाद तरह तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। रिटायर्ड आईएएस सूर्यप्रताप सिंह ने कहा है कि निश्चित रुप से डाॅ हर्षवर्धन का इस्तीफा केंद्र सरकार द्वारा कोरोना के कुप्रबंधन की स्वीकारोक्ति है।
क्या अब यूपी में भी कोरोना से हुई लाखों मौतों पर भी जिम्मेदारी तय होगी या फिर चुनाव तक पर्दा पड़ा रहेगा।
वहीं यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने कहा है कि डाॅ हर्षवर्धन को इस्तीफा काफी पहले ही दे देना चाहिए था।