
इस साल सितंबर महीनें में भाजपा ने 2019 के चुनाव को केन्द्र में रखते हुए एक बैठक की थी। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने बहुत ही नारा दिया था ‘ अजय भारत, अटल भाजपा’।
ये नारा प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपायी को समर्पित किया था। इस बैठक में भी प्रधानमंत्री ने कई बड़ी- बड़ी बातें कहीं थी, लेकिन इन सब में एक रेखांकित करने वाला बात ये थी कि वो 2022 तक देश से जातिवाद- संप्रदायवाद खत्म कर डालने वाले हैं।
प्रधानमंत्री अपने नारे में किस हद तक कायम रहेंगे ये तो नहीं कहा जा सकता। मगर हां उनके पार्टी के नेता अपने ही आका के नारे का कुचलते नज़र आ रहे हैं।
दरअसल खबर है हरियाणा से, यहां के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर मेयर की चुनाव में अपने क्षेत्र में जाति के नाम पर वोट मांग रहे हैं। अखबार में बकायदा विज्ञापन दिया गया है। विज्ञापन में एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर है और दूसरी तरफ मनोहरलाल खट्टर की तस्वीर है। और इस विज्ञापन में लिखा है – पंजाब समाज का अनुरोध, पंजाबी मुख्यमंत्री का खुलकर करे समर्थन।
इस विज्ञापन पर राजनीति विश्लेषक संजय यादव की नज़र पड़ी और उन्होंने विज्ञापन का फोटो शेयर करते हुए ट्वीट किया-
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर मेयर के चुनाव में अपने ही क्षेत्र में खुलकर जाति के नाम पर वोट मांग रहे है। विधानसभा चुनाव में क्या होगा??
एक अन्य पोस्ट में संजय यादव ने लिखा है-
जात-पात से ऊपर अपने आप को स्वयं-सेवक कहने वाले मुख्यमंत्री खट्टर साहब अब कह रहे है,” मैं भी तो पंजाबी हूँ, सारे पंजाबी हमें वोट करें”।
संवैधानिक पद पर बैठा आदमी खुलेआम जात के नाम पर वोट माँग रहा है लेकिन जातिवादी मीडिया इन्हें “जातिवादी” नहीं कहेगी क्योंकि जातिवादी तो सदियों से ग़ुलाम रहे दलित-पिछड़े वर्गों के नेता ही होते है।
कल्पना किजीए अगर यही बयान मायावती, अखिलेश, तेजस्वी, सचिन पायलट, कुशवाहा, नीतीश कुमार, हेमंत सोरेन, चौटाला, जयंत चौधरी ने कहा होता तो कई चैनलों के टीवी स्टूडियो में तूफ़ान आ गया होता। कई राष्ट्रवादी पत्रकारों की आत्मा उन्हें धिक्कार रही होती। वो बिन माँगा ज्ञान बाँट रहे होते। लेकिन खट्टर तो कट्टर संघी भाजपाई है ना, इसलिए सब भूल-चूक लेनी-देनी माफ़…..
वैसे हरियाणा में जातिवाद का ये पहला मामला नहीं है, इससे पहले मई इसी साल ही मई में आयोजित भी एचएसएससी ( हरियाणा कर्मचारी चरण आयोग) परीक्षा में जातिवादी सवाल पूछा गया था।
प्रश्नपत्र में पूछा गया था कि निम्नलिखित में कौन सा हरियाणा में अपशकुन नहीं माना जाता? और इसके चार विकल्प थे (1) खाली घड़ा (2)फ्यूल से भरा कास्केट (3) काले बाह्मन से मिलना (4) ब्राह्मिन कन्या को देखना.
2019 का चुनाव नज़दीक आते-आते प्रधानमंत्री के पार्टी के नेता ही उनके लिए मुसीबत खड़ा कर रहे हैं। 2019 का चुनाव मोदी अटल भारत के आधार के पर जीतना चाहते हैं। पर पार्टी नेता के इस प्रकार के गतिविधियों को देखकर नहीं लगता कि भाजपा 2019 का चुनाव जीत पाएगी।