आगरा में दलित बेटी को जिंदा जलाकर मार देने की घटना के बाद दलित संगठन ग़ुस्से में हैं।

भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद, आगरा में मारी गई दलित लड़की संजलि के घर पहुँचे। वहाँ उन्होंने प्रशासन को याद दिलाया कि, संविधान से चलना पड़ेगा, सरकार देखकर मत चलना, सरकार तो आती-जाती रहती है। दोषी बचने नहीं चाहिए!

इसके साथ ही आज़ाद ने संजलि के परिवार को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिये जाने की माँग सरकार से की है।

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इसके पहले सोशल मीडिया पर आकर चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा था कि हमारी बहन, बेटियों के साथ हो रहे अत्याचार को हम अब और बर्दाश्त नहीं करेंगे। अब बहुत हुआ। सरकार जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़े वरना भीम आर्मी सड़कों पर उतरेगी।

इसके अलावा भीम आर्मी चीफ़ चंद्रशेखर रावण ने कल ट्वीटर पर लिखा था कि भीम आर्मी दरिंदों को नहीं छोड़ेगी

लड़की के चचेरे भाई ने भी अपनी जान दी थी-

बुधवार को दिल्ली के सफ़दरजंग अस्पताल में भर्ती अपनी बहन संजलि को देखकर आने के बाद उसके चचेरे भाई ने ख़ुदकुशी कर ली थी। उससे 75 फ़ीसदी जल चुकी संजलि की हालत नहीं देखी गई थी।

दलित लड़की को ज़िंदा जलाया गया था-

मंगलवार 18 दिसम्बर, आगरा से 20 किमी. दूर लालामऊ गाँव के पास दो दबंगों ने स्कूल से वापस लौट रही 10वीं में पढ़ने वाली मासूम बच्ची को आग के हवाले कर दिया था।

इस हैवानियत में बच्ची 75 फ़ीसदी झुलस गई थी जिसके बाद उसे दिल्ली के सफ़दरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन अफ़्सोस कि 36 घंटे तक जूझने के बाद उसने दम तोड़ दिया।

इतने घिनौने अपराध के बावजूद पुलिस के हाथ अब तक ख़ाली हैं। दोनो आरोपी फ़रार हैं और पुलिस सिर्फ़ बयानबाज़ी कर रही है।

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