मेरे ख़िलाफ़ आईटी सेल की नई गुंडई, मैंने किसी से कोई अपील नहीं की है

आई टी सेल में व्हाट्स अप यूनिवर्सिटी में मेरे नाम से कई मेसेज ठेल दिए हैं। सुबह से नज़रअंदाज़ कर कर रहा था मगर कई लोगों ने पूछ दिया कि क्या मैंने मुसलमानों से ऐसी अपील की है? हर बार मेसेज को ऐसे डिज़ाइन किया जाता है कि मुझे उनमें कभी मुसलमानों का सपोर्टर, कभी कांग्रेसी, कभी कम्युनिस्ट, कभी पाकिस्तानी, कभी आप सपोर्टर, कभी लालू सपोर्टर बनाते रहते हैं। इनका एक ही पैटर्न है। घूम फिर कर इसी में नाचते रहते हैं। आप अगर इस तरह का मेसेज देखें तो नज़रअंदाज़ करें। मैंने मुसलमानों से कोई अपील नहीं की है। मैं तो मांओं से अपील कर रहा हूं कि तय कीजिए कि हिन्दू मुस्लिम डिबेट में डालकर बच्चे को दंगाई बनाना है या डाक्टर बनाना है।

मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि ये मुझे क्या साबित करने लगे हैं। इन्हें तक़लीफ़ हो रही है नौकरी सीरीज़ से। इनबाक्स में केरल का तो कभी ये वाला वो वाले पर क्यों नहीं बोलते हैं, पूछने वाले आ गए हैं। मैं किसी पर कुछ नहीं बोलूंगा। आपको केरल की खबर जाननी है तो आप वहां के अखबार पढ़ लें। मुझसे पूछना है तो बैंक के भीतर चल रही ग़ुलामी और नौकरी के नाम पर युवाओं को बर्बाद करने की खबरों के बारे में पूछिए। बाकी किसकी सरकार है किसकी नहीं है मुझे फर्क नहीं पड़ता। आईटी सेल में बकलोल हैं सब। हंसी भी आती है। अरे भाई वहां से निकलो अब। मेरे लोक सचिवालय में आकर काम करो। जनता की सेवा करोगे तो अच्छा लगेगा

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यही वो मेसेज है जो घूम रहा है कल से…

Ravish_Kumar_NDTV APPEAL to all MUSLIMS:

आप लोग BJP और RSS की आलोचना करना बंद कर दें !
आपका विरोध करना ही उनकी ताक़त है ! वैसे भी जम्मू कश्मीर को छोड़कर न तो तुम्हें कहीं का मुख्यमंत्री बनना है न ही प्रधानमंत्री !
जिनको सत्ता लेनी है, वो अपने आप RSS, BJP की काट कर लेंगे ! आपके विरोध करने की वजह से ही बीजेपी 18% मुस्लिमों का भय दिखाकर 80% हिन्दुओं का वोट अपने पाले में लाने में सफल रहती है और पूरे खेल के संचालक तो असल में 3% ही हैं !

आपको जिस किसी भी पार्टी को वोट देना है दो, जिसका समर्थन करना है करो, पर भूलकर भी BJP, RSS, मोदी का विरोध मत करो !
-● भूल जाओ की RSS नाम का कोई संगठन भी है !
-● भूल जाओ की BJP कोई पार्टी है !
-● भूल जाओ की मोदी कोई नेता है !
आपकी यही दशा रही तो कुछ साल में आप राजनितिक तौर पर अछूत बना दिए जाओगे, फिर न तो आपको कांग्रेस पूछेगी, न बीजेपी, न सपा और न बसपा !

जिस मीम और ओवैसी का आप अंध समर्थन कर रहे हो उसको चुनाव में हिस्सा तभी तक लेने दिया जायेगा जबतक की बीजेपी को उनके चुनाव लड़ने से फायदा हो रहा है ! जिस दिन बीजेपी को लगेगा कि अब इनके चुनाव लड़ने से उसे नुकसान हो रहा है उसी दिन मीम पर पाबंदी लगा दी जायेगी जैसे की पहले 30/40 साल तक पाबन्दी लगी थी !

तुम केवल आधुनिक, वैज्ञानिक शिक्षा पर ध्यान दो, इतने मार्क्स लाओ की बिना आरक्षण के ही तुम सरकारी नौकरियां हासिल कर सको !

आजादी से पहले भारत में मुसलमानों की आबादी 35% थी और 35% सरकारी नौकरियों पर मुसलमानों का कब्जा था, उस समय यह आरक्षण जैसी कोई व्यवस्था भी नही थी !
जो उस मुकाम तक पहुंचते थे वो अपनी काबिलियत के दम पर ही पहुंचते थे और जो आप दीनी इदारों में जकात, खैरात का पैसा देते हैं बेहतर होगा की ऐसे इदारों में भी जकात, खैरात का पैसा दो जो आपकी शिक्षा और रोजगार के लिए काम करे ! यदि ऐसे इदारे नही हैं तो बनाइये !

याद रखिये इस समय कम्पटीशन का जमाना है, और आप हर क्षेत्र में पिछड़ रहे हैं, किसी भी तरह की सरकारी मदद का भरोसा छोड़ दीजिये !
जो करना है आप अपने दम पर कीजिये !
बाकी ख़ुदा मालिक है !

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