statue of unity
Statue Of Unity

मोदी सरकार द्वारा बनवाई गई दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ भी कोरोना वायरस के कहर के चलते अकेली पड़ गई है। गुजरात सरकार ने यहां आने वाले पर्यटकों के प्रवेश पर 25 मार्च तक के लिये पाबंदी लगा दी है।

राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की प्रधान सचिव जयंती रवि ने मंगलवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि नर्मदा जिला प्रशासन ने स्टेच्यू ऑफ यूनिटी पर पर्यटकों की आमद पर 25 मार्च तक रोक लगाने का फैसला लिया है। प्रशासन की ओर से ये फैसला कोरोना वायरस के ख़तरे के मद्देनज़र लिया गया है। हालांकि गुजरात में अभी तक कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है।

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सरकार के इस फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं। यूज़र्स मोदी सरकार द्वारा बनवाई गई प्रतिमा की तुलना देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू द्वारा बनवाए गए अस्पतालों से कर रहे हैं। यूज़र्स का कहना है कि मोदी सरकार ने जो प्रतिमा बनवाई उसे कोरोना के ख़तरे के चलते बंद करना पड़ा, वहीं नेहरू ने जो अस्पताल बनवाए वो कोरोना के ख़तरे में 24 घंटे खुले हैं।

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री एवं एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने भी इसपर प्रतिक्रिया देते हुए ट्विटर के ज़रिए कहा, “मोदी द्वारा बनवाई गई बड़ी प्रतिमा पर्यटकों के लिए बंद है। नेहरू द्वारा बनवाए गए अस्पताल 24 घंटा खुले हैं। #CoronavirusOutbreak”.

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पहले गृहमंत्री सरदार पटेल की प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का अनावरण 31 अक्टूबर 2018 को किया। अनावरण के बाद से ही ये पर्यटकों के लिये आकर्षण का केन्द्र बनी रही है।

कोरोना वायरस की विपदा से पहले यहां रोज हजारों की तादाद में टूरिस्ट्स आ रहे थे। उद्घाटन के बाद पहले सालभर में 27 लाख लोग यहां पहुंचे थे। भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण (ASI) की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते फरवरी महीने में ही यहां रोजाना करीब 8,500 पर्यटक आ रहे थे।

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