कल पाकिस्तान में घुसकर हमारी वायुसेना के एयर स्ट्राइक में कितने आतंकी मारे गए, इसे जानने का कोई उपाय नहीं है। हमारे वायु सैनिकों के पास न लाशें गिनने का मौका था और न पाकिस्तान आपको गिनती कर उनकी संख्या बताने वाला है।
देश-विदेश की मीडिया को पिछले सर्जिकल स्ट्राइक की तरह हमले के भग्नावशेषों की सफाई के बाद ही एयर स्ट्राइक की जगहों पर प्रवेश करने दिया गया है।
हमारे लिए इतना ही जानना पर्याप्त है कि हमारे शूरवीर वायुसैनिकों ने पाक सीमा के बहुत भीतर घुसकर न सिर्फ आतंक के ठिकानों को नष्ट किया बल्कि पाकिस्तान की संप्रभुता और स्वाभिमान को ऐसी चोट पहुंचाई जिसे वह बरसों नहीं भूल पाएगा।
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आतंक के ठिकानों पर यह प्रहार आतंक के असंख्य जख्मों का वार झेल चुके हम तमाम देशवासियों के लिए एक अरसे बाद थोड़ी खुशी,थोड़ा संतोष, थोड़ी राहत लेकर आया है।
डर बस यह है कि इसे लेकर हमारी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का पागलपन और युद्धोन्माद, हमारे कथित बुद्धिजीवियों के अनर्गल सवाल और इसपर ज़ारी घटिया राजनीति हमारे वायुसैनिकों की इस बड़ी उपलब्धि को कहीं मज़ाक बनाकर न रख दे।
सियासत हम फिर कभी कर लेंगे। फ़िलहाल तो इस देश के अनगिनत जख्मों पर मरहम रखने के लिए देश की सरकार और भारतीय वायुसेना सहित सेना के तीनों अंगों का बहुत शुक्रिया ! आतंक के विरुद्ध यह लड़ाई ज़ारी रहे !
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ध्रुव गुप्त