दिलीप मंडल
वे जो करते हैं घुसकर करते हैं!
वे एक दिन अचानक लाहौर तक घुस गए. वे नवाज के घर में घुसकर चाय पीकर, घी के लड्डू खाकर और नवाज की मां के चरण स्पर्श करके चले आए. साहसी इतने हैं कि घर में घुसकर एक साड़ी भी भेंट कर आए.
अगली बार वे इमरान खान के मेलबॉक्स में घुसकर पाकिस्तान डे की बधाई देकर चले आए. मजबूरन इमरान को उनका मैसेज सार्वजनिक करना पड़ा.
वे जो करते हैं घुसकर करते हैं! वाह मोदी जी, वाह!
वैसे ही जैसे अटलबिहारी वाजपेयी के विदेश मंत्री जसवंत सिंह और अजित डोभाल अफगानिस्तान में घुसकर आतंकवादी सरगनाओं को छोड़ आए. ये दोनों तो कंधार तक घुस गए थे.
बीजेपी नेताओं में घुसने की बहुत ज्यादा आदत है!
घुसने की परंपरा है. विरासत है.