रोहिन कुमार
तूतीकोरिन (तूतुकुड़ी) की घटना पर हिंदी पट्टी में चुप्पी ठीक नहीं है। दक्षिण भारतीयों को ये नहीं लगना चाहिए कि हमने उनके संघर्ष में उनका साथ नहीं दिया। ये दूरियां कम करने का वक्त है। पुलिस का टॉर्चर यूपी-दिल्ली कहां नहीं है। इसीलिए साथ दीजिए, लिखिए, बोलिए। जिन्हें नहीं मालूम है कि क्या हुआ, वो जानें।
18 जून की रात को तूतीकोरिन के सांताकुलम क्षेत्र में पुलिस ने दुकानदारों को समय से दुकान बंद करने को कहा। कथित तौर पर किसी ने पुलिस पर कमेंट पास किया। पुलिस को लगा कि जयराज ने कमेंट मारा। पुलिस Jayaraj (59) को थाने उठा ले गई। परेशान EmmanuelBenicks (31) भी अपने पिता के लिए थाने पहुंचा। वहां पुलिस ने दोनों बाप-बेटे को खूब पीटा। यहां ‘पीटा’ बहुत छोटा शब्द है। उनका पुलिस ने सेक्सुअल टॉर्चर किया। मैं हिम्मत कर के विवरण लिख रहा हूं। आपको मालूम तो हो कि हुआ क्या था।
पुलिस ने बाप और बेटे दोनों को नंगा कर के लाठियों से पीटा। चेहरों को दीवार से पटका गया। उन्हें जेल में एक ऐसे जगह पर ले जाया गया जहां पर कोई सीसीटीवी कैमरे न लगे हों। उनके (asshole) मलाशय/गांड में लाठी डाली गई। उनके गुप्तांगों को चोट पहुंचाया गया।
दरअसल चोट नहीं, उनके गुप्तांगों को चीर दिया गया। द फेडरल नाम की वेबसाइट से बातचीत में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उनके गुप्तांगों से भयावह खून बह रहा था। इतना खून कि सात लुंगियां खून से लथपथ हो गईं। बेनिक्स की बहन Persis ने बताया, “दोनों के आगे और पीछे कुछ भी नहीं बचा था। मैं महिला और एक बहन होने के नाते इससे ज्यादा कुछ भी नहीं बता सकती।”
दोनों पिता पुत्र की मौत हो चुकी है। फिलहाल सांताकुलम थाने के सभी पुलिसकर्मियों का ट्रांसफर और मुरूगन और मुथ्थूराज को संस्पेड किया गया है।
ये कस्टोडियल किलिंग है। पुलिस की संरक्षण में हुई हत्या। जितनी भयावह यह घटना है, उससे ज्यादा बेहया आसपास की शांति है। मानवाधिकारों का हनन नॉर्थ और साउथ में फर्क़ नहीं कर सकता। कस्टोडियल किलिंग और पुलिसिया बर्बरता की नागरिक समाज में कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
हम कुछ नहीं कर सकने की स्थिति में भी बहुत कुछ कर सकते हैं। अपने नेटवर्क में बात फैला सकते हैं। उन्हें पुलिस की बर्बरता से हुई मौतों के बारे में बता सकते हैं। बताइए। आज आप बोलेंगे तो कल आपके लिए बोलने वालों को हिम्मत मिलेगी। #JusticeForJeyarajAndFenix
(सोशलवाणी: ये लेख रोहिन कुमार की फेसबुक वॉल से साभार लिया गया है)