देश भर के तमाम विश्वविद्यालयों की नौकरियों और रिसर्च में आरक्षित कोटे की जमकर कटौती की जा रही है इसी क्रम में दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी के पीएचडी रिजल्ट पर भी सवाल उठने शुरू हो गए हैं।

क्योंकि वेबसाइट पर दिखाए जा रहे 7 सीटों में सिर्फ एक सीट रिजर्व की गई है, वह भी मात्र एससी के लिए। ओबीसी और एसटी के लिए एक भी सीट नहीं रिजर्व की गई है।

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए तमाम लोग नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। जैसे फेसबुक पर जी. कुणाल यादव लिखते हैं-

DTU के इस विज्ञापन को देखें। पीएचडी के लिए रिजल्ट प्रकाशित हुआ है ! केंद्र सरकार का संस्थान है।

कुल पद -7
जनरल यानी अनरिजर्व- 6
OBC – 0
SC – 1
ST – 0

जनरल यानी स्वर्ण के लिए कुल मिलाकर 7 में 6 पद दिए गए हैं। यानी करीब करीब 90%

किसके पद काटकर?
OBC ST और SC के।

अनरिजर्व में वे बेईमानी करके SC, ST, OBC को बाहर करेंगे, जैसा UPSC करती है। यानी 15% सवर्ण आबादी के लिए यहाँ 90% आरक्षण है। सिंगल पोस्ट के नाम पर अनरिजर्व का खेल अलग।

ऐसा सैकड़ों जगह हो रहा है। हज़ारों पद लूटे जा रहे हैं। और SC, ST, OBC परिवारों में बाप बेटे- बेटियों से कह रहा है कि – “पढ़ाई में और मन लगाओ।

मोदी सरकार में सवर्णों को लुटाने का खेल।

अब SC, ST, OBC क्या करेगा?

मंदिर का घंटा बजाएगा। बढ़ चढ़ कर चंदा देगा।
चंदा देने पर रोक नहीं है। नौकरी पाने पर है।

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