देश के चालीस जांबाज़ हमने गँवा दिए, क्योंकि अंदरूनी चेतावनी सूचना के बावजूद ढाई हज़ार सैनिकों के क़ाफ़िले को राह तक महफ़ूज़ न थी।
और टीवी पर भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया गला फाड़-फाड़कर बता रहे थे कि दुनिया के नक़्शे से हम पाकिस्तान का नामोनिशां मिटा देंगे। भाजपा तो भाजपा, कुछ टीवी एंकर भी बदले का राग छेड़ युद्धोन्माद पैदा करने में लगे हैं।
पुलवामा आतंकी हमले पर बोले पूर्व IPS ध्रुव गुप्त- आज देश को ‘इंदिरा गांधी’ जैसी एक दबंग नेता की ज़रूरत है
ऐसे लोगों को न देश से लगाव है, न अपने शहीदों का ग़म है और न उनके परिवारों की फ़िक्र; इतना ही है कि समझो चुनाव के दौर में एक और झुनझुना थाम कर बैठ गए हैं।
जानते हुए भी कि आतंकवाद की समस्या का हल निपट बदले की कार्रवाई में नहीं छुपा है। ऐसा होता तो सर्जिकल स्ट्राइक ने आतंकियों के प्रश्रय की कमर अब तक तोड़ डाली होती।