राजनीति में भाषाई मर्यादा को ताक पर रख दिया गया। कोई नेता धर्म आधारित वोट डालने की बात कर रहा है तो किसी पर महिला नेता पर अभद्र टिप्पणी करने के कारण बैन लग रहा है। वहीं मुख्यमंत्री योगी सीधे सीधे अली बजरंग को बांटने की बात करते हुए नज़र आ रहे हैं। अब इसी लिस्ट में केंद्रीय मंत्री उमा भारती का भी नाम जुड़ गया है।

दरअसल उमा भारती ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए जो कहा वो किसी भी ज़िम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति के लिए सही नहीं है। उमा भारती से जब पत्रकारों ने पूछा कि आप पर प्रियंका गांधी का क्या असर पड़ेगा?

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इस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि कुछ नहीं। जिसका पति चोरी के आरोप में हो उसको लोग किस नज़र से देखेंगे, चोर की पत्नी को किस नज़र से देखा जाता है हिंदुस्तान उसी नज़र से देखेगा उनको।

उमा भारती के इस बयान पर आप विधायक अलका लांबा ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। अलका ने लिखा- मुँह-फट है ये, महिला होकर महिलाओं से नफ़रत इसकी फ़ितरत में है- इतिहास उठा कर देख़ो।

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एक बार प्रधानमंत्री मोदी जी को भी इसने खूब कोसा था, स्वयं भक्त इन्हें गंभीरता से नही लेते। यह इसकी बौखलाहट है और कुछ नही। इनसे तो पूछो पिछले 5सालों में गंगा कितनी साफ़ हुई? भाग खड़ी होंगीं।

बता दें कि उमा भारती वही नेता है जो पहले पीएम मोदी को विनाश पुरुष बता चुकी है। उन्होंने बीजेपी की प्रेस कांफ्रेंस में हंगामा करते हुए पार्टी भी छोड़ दी थी। मगर पिछली बार हुए लोकसभा चुनाव के वक़्त उन्हें मना लिया गया और उन्हें गंगा सफाई की ज़िम्मेदारी भी सौपी गई थी मगर गंगा आज साफ़ नहीं हो पाई और साथ ही उमा भारती की भाषा भी वैसी की वैसी ही है।

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