जहां एक तरफ देश कोरोना महामारी से संघर्ष कर रहा है वहीं बिहार बाढ़ और कोरोना महामारी, दोनों से जूझ रहा है। कम जांच करने पर भी कोरोना के रोज हजारों नए मामले सामने आ रहे हैं।
बिहार के लगभग हर जिले से ऐसी तस्वीरें और वीडियो आ रही हैं जिसमें मरीज बुनियादी इलाज के अभाव में तड़प तड़प कर दम तोड़ दे रहे हैं।
लेकिन राज्य के लोगों की बदहाली से मुंह मोड़े हुए बिहार के नेता अब सक्रिय हुए हैं तो सिर्फ राजनैतिक बयानबाजी के लिए। राजस्थान में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर टिप्पणी देते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट किया है।
उनकी इस करतूत को उजागर करते हुए पत्रकार रवीश कुमार ने सोशल मीडिया पर लिखा-
पटना में एक डॉक्टर अपनी पत्नी को लेकर भटकते रहे इस अस्पताल से उस अस्पताल। पत्नी की हो गई मौत। ऐसी खबर से बिहार भरभराया हुआ है ।बिहार के उपमुख्यमंत्री कोरोना से नहीं लड़ पाने के बाद भी राजस्थान सरकार को निशाना बना रहे हैं।
यह साबित करता है कि राजस्थान सरकार को घेर कर बिहार की जनता में सुमो की लोकप्रियता काफ़ी बढ़ी है। ऐसा लगता है कि सुमो के बिहार में कोरोना पर सफलतापूर्वक क़ाबू पा लिया गया है। बाढ़ पर भी क़ाबू पा लिया गया है। अब दोनों काम से फ्री होकर बिहार सरकार दूसरी सरकारों पर निशाना साध रही है ताकि वे भी बिहार की तरह बेहतर करें।
राजस्थान सरकार को घेरकर सुशील मोदी ने बता दिया कि बिहार के अस्पतालों के बाहर मरती जनता राजस्थान सरकार को लेकर कितनी नाराज़ है। बिहार की जनता ने भी कहा है कि अगर चुनाव हुआ तो सुमो को वोटों से लबालब कर देंगे। गहलोत को इस्तीफ़ा देना ही चाहिए।