अलीगढ़ के पूर्व विधायक प्रमोद गौड़ की हत्या के लिए 25 लाख की सुपारी दी गई थी. ये सुपारी बीजेपी नेता और खैर नगर पालिका अध्यक्ष संजीव अग्रवाल ने दी थी. गौड़ की हत्या के लिए बुलंदशहर से शूटर बुलाए गये थे.

शहर में रुके शार्प शूटर ने पूर्व विधायक की रेकी भी शुरु कर दी थी, लेकिन वो अपने मकसद में कामयाब हो पाते इससे पहले ही पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

बुधवार को पुलिस ने आरोपियों को गिरफ़्तार किया और इस मामले का खुलासा किया.

पूर्व विधायक की हत्या की साजिश का खुलासा करते हुए एसपी ग्रामीण पलाश बंसल ने बताया कि- पूर्व विधायक प्रमोद गौड़ की हत्या के लिए बीजेपी नेता संजीव अग्रवाल ने 25 लाख की सुपारी दी थी. शूटर को एडवांस में 1.60 लाख रुपए दिए गए थे. बुलंदशहर से आए शार्प शूटर शहर के ही एक होटल में रुके थे और गौड़ पर नज़र रखे हुए थे.

आरोपियों के पास से पुलिस को भारी मात्रा में अवैध हथियार, एडवांस की रकम, दो बाइक और एक कार बरामद हुई है.

प्रमोद गौड़ ने 27 अगस्त को खैर थाने में शिकायत देते हुए शक जताया था कि उनकी हत्या की जा सकती है. शिकायत में नगर पालिका अध्यक्ष संजीव अग्रवाल समेत कई लोगों के नाम लिखे थे.

पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच शुरु की. दो दिन गौड़ पर नज़र रखी गई और सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो विकास और राहुल शर्मा को बाइक और कार से प्रमोद गौड़ का पीछा करते हुए देखा गया.

जिसके बाद पुलिस ने चार लोगों को गिरफ़्तार किया. पुलिस ने चेयरमैन संजीव अग्रवाल और खैर के ठेकेदार विकास शर्मा को भी गिरफ़्तार किया है.

प्रमोद गौड़ इसी साल हुए विधानसभा चुनाव में बरौली से आरएलडी के प्रत्याशी थे, उन्होंने नगर पालिका अध्यक्ष संजीव अग्रवाल की शिकायत की थी. जिसमें सिंचाई विभाग की ज़मीन पर अवैध कब्ज़ा करने का आरोप था.

गौड़ का आरोप था कि नगरपालिका अध्यक्ष ने सिंचाई विभाग के नाले को बंद करवाकर उस पर अवैध रुप से सड़क निर्माण करा दिया ताकि उनके द्वारा बनाई गई कॉलोनी को फायदा मिल सके. जांच में आरोप सही पाए गए. जिसके बाद से प्रमोद गौड़ और संजीव अग्रवाल में दुश्मनी हो गई थी.

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