अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के मामले में गोदी मीडिया ने सुशांत और उनकी प्रेमिका ऱिया चक्रवर्ती का नाम ड्रग्स में आने पर बहुत बवाल मचाया था।
इसके बाद तो बहुत से मीडिया संस्थानों ने रिया चक्रवर्ती को एक खलनाइका के रुप में दिखाना शुरु कर दिया।
उन्होंने रिया का नाम ड्रग्स प्रकरण में आने पर घंटों टीवी डिबेट की। गोदी मीडिया ने इस खबर को बहुत ज्यादा हाईलाइट किया।
इसी बीच एक निजी टीवी प्रसारण की एक वीडियो क्लिप वायरल हुआ, जिसमें अर्नब गोस्वामी को ‘मुझे ड्रग्स दो…मुझे ड्रग्स दो’ का नारा लगाते हुए देखा गया। इस वीडियों के कारण अर्नब को सार्वजनिक रोस्टिंग का सामना करना पड़ा था।
अब यह वायरल क्लिप फिर से वायरल हो रही है। इस वायरल वीडियो के साथ सभी न्यूज चैनल पर सवाल भी उठ रहे हैं, कि वो कुछ ग्राम ड्रग्स मिलने पर इतना बवाल मचाते है, पूरा-पूरा दिन डिबेट कराते है। ये खुद ही जजमेंट भी दे देते है। गोदी मीडिया ने भारती से लेकर दीपिका के घर में कुछ ग्राम ड्रग्स मिलने पर उन्हें नशेड़ी तक घोषित कर दिया था।
वो गोदी मीडिया दुनिया में हेरोइन की सबसे बड़ी बरामदगी भारत में होने पर चुप्पी साधे हुए है और कोई सवाल नहीं उठा रहा है।
गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह से 3,000 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई है, जिसकी कीमत करीब 9000 करोड़ रुपये बताई जा रही है और जिस बंदरगाह से ये ड्रग्स जब्त की गई है, वो गौतम अडानी के अडानी पोर्ट्स द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
इस खबर के आने के बाद कई ट्विटर यूजर्स ने भी गोस्वामी का जमकर मजाक उड़ाया और उनके पुराने टीवी प्रसारण के वीडियो को साझा करते हुए उन्हें ड्रग्स के लिए अदानी समूह से संपर्क करने के लिए कहा।
पत्रकार आदेश रावल कहते है कि “ड्रग्स दो…ड्रग्स दो वाले सम्पादक जी ड्रग्स मांग रहे है क्या ? दो पुड़िया पर स्टूडियो में ब्रेक डांस कर दिया था इस बार तो 3000 किलो है !!”
ड्रग्स दो
ड्रग्स दोवाले सम्पादक जी ड्रग्स माँग रहे है क्या ?
दो पुड़िया पर स्टूडियो में ब्रेक डांस कर दिया था इस बार तो 3000 किलो है !!— Aadesh Rawal (@AadeshRawal) September 22, 2021
बता दें कि गुजरात के कच्छ के मुंद्रा पोर्ट पर हेरोइन की सबसे बड़ी खेप पकड़ी गई है, जिसकी कीमत करीब 9000 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
2 कंटेनर्स से करीब 3000 किलो हेरोइन जब्त की गई है, जो अफगानिस्तान से इम्पोर्ट कर लाई गई थी। इसके साथ ही 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
अब सोचने वाली बात है कि अडाणी के निजी बंदरगाह से पकड़ी गई खरबों रुपए की हेरोईन (एक प्रकार का नशीला पदार्थ) कहां प्रयोग होनी थी?
क्या मोदी सरकार युवाओं को नशे के दलदल में ढकेल रही है और क्या गोदी मीडिया सरकार के कुकर्मों को छिपाने में नहीं लगी हुई है ? ऐसे कई सवाल है, सरकार औऱ गोदी मीडिया से पूछना जरूरी है।