भाजपा शासित उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को हुई हिंसक घटना में 4 किसानों के मौत हुई है। इस घटना के आरोपी आशीष मिश्रा को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
दरअसल आरोपी के पिता केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा द्वारा लगातार यह कहा जा रहा है कि किसानों की मौत का जिम्मेदार उनका बेटा नहीं है।
इस मामले में भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत द्वारा देश के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग की जा रही है।
किसान नेता राकेश टिकैत ने गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को हिस्ट्रीशीटर बताते हुए कहा है कि चोर अदालत के अंतिम दरवाजे तक मना करता रहता है।
कातिल फांसी के अंतिम तख्ते तक मना करता है। ये कातिल हैं और हत्यारे हैं। एक हिस्ट्रीशीटर देश का गृह राज्य मंत्री नहीं बन सकता।
दरअसल राकेश टिकैत गुरुवार को रामपुर पहुंचे थे। जहां पर उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान भाजपा सरकार पर जमकर जुबानी हमले बोले।
राकेश टिकैत का कहना है कि लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद सरकार के साथ समझौता इस शर्त पर हुआ है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को उनके पद से हटाया जाए और दोनों पिता-पुत्र की गिरफ्तारी की जाए।
अगर कोई यह समझ रहा है कि मुआवजे पर समझौता हुआ है तो जरूरत पड़ने पर मुआवजे के पैसे सरकार को वापस कर दिए जाएंगे।
आपको बता दें कि इस मामले में भाजपा सरकार को 7 दिन का वक्त दिया गया है। किसान नेता का कहना है कि अगर इस समय के अंदर अंदर हमारी मांगे स्वीकार नहीं की गई। तो हम देशभर में आंदोलन करेंगे।
हमारी मांग यह है कि आरोपी आशीष मिश्रा और उसके पिता अजय मिश्रा को 12 अक्टूबर तक गिरफ्तार किया जाए।
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई करते हुए आज उत्तर प्रदेश सरकार को फटकार भी लगाई है।
जिसके चलते अब प्रशासन और पुलिस पर आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी का दबाब बन गया है।