कोरोना महामारी में भी केंद्र सरकार के खिलाफ किसान संगठनों का आंदोलन दिल्ली में चल रहा है। जिसे खत्म करने के लिए भाजपा की सरकार तमाम कोशिशें कर चुकी है।

अब भाजपा द्वारा आंदोलन कर रहे किसानों पर कोरोना संक्रमण फैलाए जाने के आरोप लगाए जा रहे हैं।

इस आरोप पर किसान नेता राकेश टिकैत ने भाजपा सरकार की चुटकी ली है। उन्होंने कहा है कि पूरे देश में कोरोना यही से फ़ैल रहा है। यह तो उन्होंने काफी दिनों बाद बताया है।

मोदी सरकार कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने में फेल हो चुकी है। तो इसका ठीकरा भी हम पर फोड़ा जा रहा है। खट्टर सरकार का कहना है कि जहां पर किसान आंदोलन कर रहे हैं। उस जगह से गांव गांव कोरोना फैलाया जा रहा है।

अगर इनको यह दिक्कत है तो इसका इलाज होना चाहिए। इसका इलाज सिर्फ अस्पतालों में ही हो सकता है।

इस समय देश में अस्पताल है ही नहीं। सरकार बुरी तरह से फेल हो गई है। इसलिए अब कोरोना फैलाने का जिम्मेदार किसानों को ठहराया जा रहा है।

यह तो सिर्फ किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए कहा जा रहा है देश के सभी राज्यों में कोरोना से हालात बेकाबू हो रहे हैं। तो क्या वे सब लोग दिल्ली के बॉर्डर से ही कोरोना की चपेट में आए हैं।

किसान नेता राकेश टिकैत ने एक बार फिर कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि अगर कोरोना महामारी में इस तरह के बिल लाए जा सकते हैं। तो ऐसे हालात में इन्हें वापस क्यों नहीं लिया जा सकता है।

देश के कई राज्यों में चुनाव हुए। इसके लिए भाजपा ने जब इतने बड़े स्तर पर प्रचार किया तो क्या वहां भीड़ नहीं थी क्या वहां पर कोरोना नहीं आया ?

किसान नेता राकेश टिकैत ने इसके साथ ही वैक्सीन लगवाने से इंकार करने की बात को खरिज किया है। उनका कहना है कि आंदोलन कर रहे किसानों ने वैक्सीन लगाने के लिए कभी भी इनकार नहीं किया है।

लेकिन सरकार के पास इन्हें लगाने के लिए वैक्सीन ही नहीं है। यह सरकार तो लोगों को ऑक्सीजन भी नहीं दे पा रही हैं।

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