भारत में आई कोरोना महामारी के दौरान सरकार की मदद करने के लिए विपक्षी दल भी आगे आ रहे हैं। इस संकट की घड़ी में कई विपक्षी नेता जरूरतमंद लोगों की मदद कर रहे हैं।
भले ही बीते कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट देखी जा रही है। लेकिन मौत का सिलसिला अभी भी थम नहीं रहा है। हर दिन हजारों की तादाद में कोरोना संक्रमण की वजह से लोगों की जान जा रही है।
इस महामारी के दौरान भारी तादाद में लोगों के परिवार उजड़ गए हैं। कई बच्चे अनाथ हो गए हैं। इन अनाथ हो चुके बच्चों के लिए कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बड़ा कदम उठाया है।
खबर के मुताबिक, सोनिया गांधी ने इस संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा है कि कोरोना महामारी में जिन बच्चों ने अपने मां-बाप खोए हैं। उन बच्चों को नवोदय विद्यालयों में फ्री शिक्षा देने के बारे में विचार किया जाए।
सोनिया गांधी का कहना है कि इन बच्चों का भविष्य बेहतर बनाया जा सके। यह राष्ट्र के तौर पर हम सबकी जिम्मेदारी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र में सोनिया गांधी ने कहा है कि देश में आई इस महामारी की भयावह स्थिति के बीच के बच्चों का अपने मां-बाप को खोने की खबरें सामने आई है। ऐसी खबरें बहुत ही तकलीफ देने वाली है। अपने माता-पिता को खोने के बाद बच्चे सदमे में जा चुके हैं।
इनकी शिक्षा और भविष्य के लिए हमें ठोस कदम उठाने होंगे। इस पत्र में सोनिया गांधी ने राजीव गांधी के कार्यकाल में शुरू किए गए नवोदय विद्यालय का जिक्र करते हुए कहा है कि
इस वक्त देश में 600 से ज्यादा नवोदय विद्यालय चल रहे हैं। जिनमें इन अनाथ बच्चों की शिक्षा के मुफ्त में करवाए जाने पर विचार किया जाए।
आपको बता दें कि कांग्रेस के कई नेता इस महामारी के दौरान जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए आगे आए हैं।