दिल्ली की सीमाओं पर पंजाब हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों द्वारा कृषि कानूनों का विरोध जोरों शोरों से चल रहा है। कोरोना महामारी के दौरान भी किसानों ने भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले रखा।
माना जा रहा है कि इस किसान आंदोलन का असर आने वाले पंजाब और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों पर भी पड़ने वाला है। दरअसल किसान संगठनों ने विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोलने की बात कह दी है।
भाजपा नेताओं और मंत्रियों का खुले तौर पर विरोध किया जा रहा है। पंजाब और हरियाणा के कई गाँवों में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की एंट्री बंद कर दी गई है।
इसी बीच खबर सामने आई है कि भाजपा शासित हरियाणा के हिसार में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ के काफिले को किसानों द्वारा काले झंडे दिखाए गए हैं।
बताया जाता है कि किसानों का विरोध देखते हुए भाजपा नेता ओपी धनखड़ का काफिला 200 मीटर पहले ही यू-टर्न लेकर निकल गया। ये घटना पंजाब के खरड़ गाँव की है।
दरअसल भाजपा नेता को हिसार जाना था। उन्होंने हांसी-हिसार नेशनल हाईवे के बजाय हांसी से खरड़-मय्यड़ होते हुए जाने का विचार बनाया। जब इसकी भनक गाँव के किसानों को पड़ी तो किसान वहां पर इक्क्ठे हो गए।
News 24 न्यूज़ चैनल ने इसकी एक वीडियो अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर शेयर की है।
जिसमें देखा जा सकता है कि भाजपा नेता ओपी धनखड़ का काफिला तेजी से वहां से निकलने की कोशिश कर रहा था। लेकिन किसानों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की और अपना गुस्सा जाहिर किया।
भाजपा नेता के काफिले की और दौड़ रहे किसानों ने किसान एकता जिंदाबाद और भाजपा सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए।
गौरतलब है कि देश में पेट्रोल डीजल के साथ-साथ अब बढ़ रही रसोई गैस की कीमतों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के किसानों ने गुरुवार को सड़क पर उतर कर विरोध किया था।