हरियाणा में किसान आंदोलन की आंच कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। किसानों के रडार पर केंद्र की मोदी सरकार के साथ साथ हरियाणा की खट्टर सरकार भी है।
आज प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को पानीपत में एक सरकारी बैठक में शामिल होने के लिए लघु सचिवालय पहुंचना था। किसानों ने ऐलान कर दिया है कि वो दुष्यंत को पानीपत की सीमा में प्रवेश नहीं करने देंगे।
किसानों के आक्रोश से बचने के लिए दुष्यंत ने हवाई मार्ग का सहारा लिया। मालूम हो कि इसके पहले भी किसानों के विरोध के कारण उपमुख्यमंत्री का पानीपत दौरा तीन बार टल चुका है।
दुष्यंत चौटाला का हेलीकॉप्टर हिसार एयरपोर्ट पर लैंड कर चुका है। दुष्यंत को हिसार में कई बैठकों और आयोजनों में हिस्सा लेना है।
हिसार में ही दुष्यंत का घर भी है, जहां पर उनके जनता दरबार का भी कार्यक्रम है। किसान संगठनों ने उनके पूरे कार्यक्रम के विरोध का फैसला किया है. लघु सचिवालय के बाहर नारेबाजी शुरु है।
किसानों के विरोध को देखते हुए पुलिस की सांसें फूली हुई है। पुलिस बल प्रयोग नहीं कर सकती है अन्यथा मामला और ज्यादा बिगड़ सकता है।
उपमुख्यमंत्री के कार्यक्रम में बाधा डालने के लिए भारी संख्या में किसान हिसार पहुंच चुके हैं। ग्रामीण इलाकों से किसानों का हिसार आना लगातार जारी है। एयरपोर्ट रोड पर जबर्दस्त तनाव देखा जा रहा है। प्रशासन ने विरोध को देखते हुए 12 मजिस्ट्रेटों की तैनाती कर दी है।
हालात इस कदर बिगड़े हुए हैं कि देर रात तक प्रशासन यह कहकर किसानों को समझाता रहा कि आप लोग बेवजह विरोध कर रहे हैं। अभी तक उपमुख्यमंत्री का कार्यक्रमत तय नहीं हुआ है।
जाहिर है कि पुलिस प्रशासन किसी भी प्रकार का कोई जोखिम मोल लेने को तैयार नहीं थी लेकि अब मामला प्रशासन के हाथ से निकलता हुआ दिखाई दे रहा है।
फिलहाल दुष्यंत चौटाला का हेलीकॉप्टर हिसार में लैंड कर चुका है और एयरपोर्ट रोड पर बड़ी संख्या में किसानों का जुटान हो चुका है। किसान काफी गुस्से में हैं।
एयरपोर्ट के बाहर दुष्यंत का स्वागत करने पहुंचे उनकी पार्टी जेजेपी के नेताओं को किसानों के विरोध के कारण किसी तरह जान बचाकर भागना पड़ा।