भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार पर बीते एक साल से लगातार कई आरोप लगा चुके हैं।
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कृषि दिलों को वापस लेने का फैसला लिया गया है। जिसके बाद संसद के दोनों सदनों में कृषि कानून वापसी बिल लागू भी कर दिया गया है।
लेकिन फिलहाल भी किसान आंदोलन खत्म करने के मूड में नजर नहीं आ रहे हैं।
दरअसल किसान संगठनों की मांग है कि सरकार को एमएसपी पर कानून की गारंटी देनी होगी।
इसके साथ किसान आंदोलन में मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देना होगा। वरना हम चुप नहीं बैठेंगे।
इसी बीच मीडिया से बातचीत करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि जिस दिन सरकार झूठ बोलना बंद कर दे। उसी दिन समस्या का समाधान निकल जाएगा।
दरअसल मीडिया द्वारा किसान नेता राकेश टिकैत से यह सवाल किया गया था कि आप कह रहे हैं कि किसान आंदोलन में 700 से ज्यादा किसानों मारे गए।
लेकिन सरकार कह रही है कि उनके पास किसानों की मौत का कोई आंकड़ा नहीं है।
इस पर जवाब देते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार अगर झूठ बोलना बंद कर दे तो सब ठीक हो जाएगा।
सरकार ने तो यह भी कहा था कि कोरोना महामारी में किसी की मौत नहीं हुई। लेकिन उसके भी आंकड़े सामने आ चुके हैं।
देश की जनता से सरकार झूठ बोल रही है। किसान आंदोलन में जितने प्रदर्शनकारियों की मौत हुई है। हम सरकार को उसका आंकड़ा दे देते हैं। देश का किसान झूठ नहीं बोलेगा।
हमारी रिपोर्ट के मुताबिक, 600 से ज्यादा किसानों की मौत आंदोलन के दौरान हुई है।
इस दौरान उन्होंने 4 दिसंबर को किसान संगठनों की होने वाली मीटिंग के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इसमें हम यह तय करेंगे कि आंदोलन को आगे कैसे बढ़ाना है।
किसान आंदोलन छोड़कर कोई भी कहीं नहीं जा रहा है। यह आंदोलन चल रहा है। जिसमें सभी किसान संगठन शामिल है।