बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर फिल्म इंडस्ट्री के उन चंद कलाकारों में से एक हैं। जो बेबाकी से राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपनी राय रखती हैं।

इस वजह से कई बार सोशल मीडिया पर स्वरा भास्कर को ट्रोल भी किया जाता है लेकिन वह हमेशा निडरता के साथ ट्रॉल्स का मुकाबला करती है।

इसी बीच फिल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात कर स्वरा भास्कर ने भाजपा सरकार के शासनकाल में सामाजिक कार्यकर्ताओं और कलाकारों पर देशद्रोह कानून और यूएपीए प्रावधानों के तहत कार्रवाई किए जाने का मुद्दा उठाया है।

फिल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर का कहना है कि देश में कलाकारों को कहानियां प्रस्तुत करना और अपनी राय रखना मुश्किल हो रहा है। क्योंकि भाजपा की सरकार देशद्रोह कानून और यूएपीए प्रावधानों का अंधाधुंध इस्तेमाल कर रही है।

एक राज्य तो ऐसा है जो यूएपीए और देशद्रोह के आरोपों को भगवान के प्रसाद की तरह ही बांट रहा है।

माना जा रहा है कि स्वरा भास्कर ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर तंज कसा है।

इस दौरान स्वरा भास्कर ने यह भी कहा कि हिंदूवादी संगठनों द्वारा मशहूर कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी, आदिति मित्तल, अग्रिमा जोशुआ को निशाना बनाया गया है।

यहाँ तक कि मुनव्वर फारूकी को तो धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में एक महीना जेल में बिताना पड़ा है।

कई कलाकारों को आज कहानियां सुनाने में ही विरोध का सामना करना पड़ रहा है। जिसकी वजह से उनका कैरियर और आजीविका दोनों ही खतरे में आ गए हैं।

इस मामले में स्वरा भास्कर का समर्थन करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी यह कहा है कि सरकार द्वारा यूएपीए का घोर दुरुपयोग किया जा रहा है।

जबकि यह कानून आम नागरिकों के लिए है ही नहीं। यह कानून बाहरी ताकतों से बचाव और आंतरिक सुरक्षा के लिए है।

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