देश के इतिहास में पहली बार गणतंत्र दिवस के दिन किसान दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकालकर केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ़ अपना विरोध दर्ज कराएंगे।

कई दिनों से किसानों और पुलिस अधिकारियों के बीच हो रही बैठकों से आज नतीजा तो नहीं निकला है मगर दिल्ली पुलिस ने किसानों को 100 किलोमीटर तक मार्च निकालने की इजाज़त दे दी है।

पुलिस के इस फैसले पर स्वराज इंडिया पार्टी के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “26 जनवरी को किसान इस देश में पहली बार ‘किसान गणतंत्र परेड’ करेंगे। दिल्ली पुलिस के साथ पांच दौर की वार्ता के बाद तय हुआ है कि दिल्ली के सारे बैरिकेड खुलेंगे, हम दिल्ली के अंदर जाएंगे और मार्च करेंगे।”

दिल्ली की सरहद पर जमा हज़ारों किसानों के लिए ये एक बड़ी राहत है, क्योंकि गणतंत्र दिवस पर “ट्रैक्टर परेड”निकाले जाने को लेकर सरकार और पुलिस ने समय समय पर अपना विरोध जताया है।

लगभग 60 दिनों के विरोध प्रदर्शन के बीच, करीब 80 किसानों की मौत हो चुकी है।

जहां किसानों की मांगों को देश भर की विपक्षी पार्टियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का साथ मिल रहा है वहीं सरकार को जिद पर अड़े रहने की ताकत भाजपा नेताओं से मिल रही है।

हालांकि इस मुद्दे पर तमाम सहयोगी दलों के नेता भी भारतीय जनता पार्टी को सलाह दे चुके हैं। पंजाब में एक लंबे अरसे से भाजपा की सहयोगी रही अकाली दल ने तो केंद्र सरकार से अलग होते हुए बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

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