भारत में कोरोना महामारी के बाद इस वक्त सबसे ज्यादा महंगाई लोगों की परेशानी का सबब बन चुकी है। पेट्रोल और डीजल के दामों में हर रोज बढ़ोतरी होने की वजह से रोजमर्रा की चीजें महंगी हो रही हैं।

पेट्रोल और डीजल के बढ़ रहे दामो के पीछे केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दामों के बढ़ने का हवाला दिया जा रहा है।

दूसरी तरफ अब पेट्रोल डीजल के बाद सरसों के तेल के दाम आसमान छू रहे हैं। सरसों के तेल के बढ़ रहे दामो ने आम आदमी के घर का बजट खराब कर दिया है।

दरअसल सरसों के तेल के दाम एक साल के अंदर ही अपनी कीमत से दोगुने हो चुके हैं। जहां बीते साल सरसों के तेल के दाम 120 से 130 रुपए प्रति लीटर चल रहे थे। वहीं इस साल इसके दाम 180 रुपए प्रति लीटर हो चुके हैं।

सरसों के तेल की बढ़ रही कीमतों पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर से जब सवाल किया गया तो उनका अजीबोगरीब जवाब सामने आया है।

इस मामले में मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा है कि सरसों का तेल थोड़ा महंगा हुआ है। क्योंकि उसमें मोदी सरकार ने मिलावट को बंद कर दिया है।

यह मोदी सरकार का बहुत ही महत्वपूर्ण फैसला है और इसका फायदा देशभर के तिलहन और सरसों का काम करने वाले किसानों को होने वाला है। जो भी दाम बढ़ेंगे, उस पर सरकार अपनी पूरी नजर बनाए हुए हैं।

इस मामले में कांग्रेस नेता श्रीनिवास बी वी ने मोदी सरकार की चुटकी ली है। उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर के बयान की एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है कि “सरसो के तेल का भाव इसलिए बढ़ रहा है। क्योंकि मोदी जी ने ‘सरसो’ में मिलावट रोकी है। जहां ‘Logic’ खुद ही आत्महत्या कर ले, वही से BJP की शुरुआत होती है।”

दरअसल केंद्रीय कृषि मंत्री का कहना है कि सरसों के तेल में गिरावट होने की वजह से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।

ऐसे में केंद्र सरकार ने सरसों के तेल में मिलावट को बंद करने का काम किया है। जिसका फायदा तिलहन और सरसों में काम करने वाले किसानों को जरूर पहुंचेगा।

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