बसपा सुप्रीमो मायावती पर लगा 48 घंटे का बैन अब हट चुका है। बैन हटने के साथ ही मायावती ने चुनाव आयोग पर निशाना साधा है। चुनाव आयोग पर सवाल करते हुए मायावती ने सवाल उठाया कि केन्द्र के आगे क्या चुनाव आयोग नतमस्तक नहीं है?
एक के बाद एक ट्वीट करते हुए मायावती ने बीजेपी समेत सीएम योगी के मंदिर जाने पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा- चुनाव आयोग की पाबंदी का खुला उल्लंघन करके यूपी के सीएम योगी शहर- शहर व मन्दिरों में जाकर एवं दलित के घर बाहर का खाना खाने आदि का ड्रामा करके तथा उसको मीडिया में प्रचारित/प्रसारित करवाके चुनावी लाभ लेने का गलत प्रयास लगातार कर रहे हैं किन्तु आयोग उनके प्रति मेहरबान है, क्यों
चुनाव आयोग की पाबंदी का खुला उल्लंघन करके यूपी के सीएम योगी शहर- शहर व मन्दिरों में जाकर एवं दलित के घर बाहर का खाना खाने आदि का ड्रामा करके तथा उसको मीडिया में प्रचारित/प्रसारित करवाके चुनावी लाभ लेने का गलत प्रयास लगातार कर रहे हैं किन्तु आयोग उनके प्रति मेहरबान है, क्यों?
— Mayawati (@Mayawati) April 18, 2019
उन्होंने आगे कहा कि आज दूसरे चरण का मतदान है और बीजेपी व पीएम मोदी उसी प्रकार से नर्वस व घबराए लगते हैं जैसे पिछले लोकसभा चुनाव में हार के डर से कांग्रेस व्यथित व व्याकुल थी। इसकी असली वजह सर्वसमाज के गरीबों, मजदूरों, किसानों के साथ-साथ इनकी दलित, पिछड़ा व मुस्लिम विरोधी संकीर्ण सोच व कर्म है।
आज दूसरे चरण का मतदान है और बीजेपी व पीएम श्री मोदी उसी प्रकार से नरवस व घबराए लगते हैं जैसे पिछले लोकसभा चुनाव में हार के डर से कांग्रेस व्यथित व व्याकुल थी। इसकी असली वजह सर्वसमाज के गरीबों, मजदूरों, किसानों के साथ-साथ इनकी दलित, पिछड़ा व मुस्लिम विरोधी संकीर्ण सोच व कर्म है।
— Mayawati (@Mayawati) April 18, 2019
अगर ऐसा ही भेदभाव व बीजेपी नेताओं के प्रति चुनाव आयोग की अनदेखी व गलत मेहरबानी जारी रहेगी तो फिर इस चुनाव का स्वतंत्र व निष्पक्ष होना असंभव है। इन मामलों मे जनता की बेचैनी का समाधान कैसे होगा? बीजेपी नेतृत्व आज भी वैसी ही मनमानी करने पर तुला है जैसा वह अबतक करता आया है, क्यों?
— Mayawati (@Mayawati) April 18, 2019
उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते करते हुए कहा कि विपक्ष को अनेकों प्रकार के उत्तेजनाओं के बावजूद एक-दूसरे पर टिप्पणी करने के मामले में शालीनता की सीमा नहीं लांघनी चाहिए। इससे बीजेपी को अपनी कमजोरी छिपाने व लोगों को बरगलाने का मौका मिल जाता है। वैसे भी सत्ताधारी पार्टी पर आयोग की पकड़ सख्त होगी तभी जनविश्वास पैदा होगा।
मायावती ने चुनाव आयोग पर सवाल करते हुए कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट की यह संतुष्टि काफी महत्वपूर्ण है कि चुनाव आयोग उतना लाचार व कमजोर नहीं है जितना वह अपने आपको साबित कर रहा था। लेकिन इस तथ्य व आमधारणा की सही जाँच व परख होनी बाकी है कि आयोग वाकई स्वतंत्रता व निष्पक्षता से काम कर रहा है एवं केन्द्र के आगे नतमस्तक नहीं है?
बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान मायावती और योगी आदित्यनाथ के भाषण के बाद उनपर बैन लगा दिया था। इसके बाद चुनाव आयोग ने मायावती के चुनाव प्रचार करने पर 48 घंटे और योगी आदित्यनाथ पर 72 घंटे का बैन लगाया था।