यह देश झूठ के ऐतिहासिक चक्रव्यूह में फंस गया है. संसद से सड़क तक सिर्फ और सिर्फ झूठ की सत्ता है. पूर्वोत्तर राज्यों के विकास मंत्री जितेंद्र सिंह कह रहे हैं कि पूर्वोत्तर में कहीं हिंसा की कोई वारदात नहीं हुई है.
अब सुनिए क्या क्या वारदात हुई है.
गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज में पुलिस की गोली से घायल दो लोगों की मौत हो गई है.
असम, त्रिपुरा और मेघालय में लगभग जगहों पर कर्फ्यू हैं. मोबाइल और इंटरनेट सर्विस बंद कर दी गई है.
कल मुख्यमंत्री और दो मंत्रियों के घर पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया था. आज हैंडलूम मंत्री रंजीत दत्ता के घर पर हमला हुआ है.
त्रिपुरा और असम दोनों राज्यों में कल ही सेना बुला ली गई थी. यानी राज्य की अपनी कानून व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है.
आरटीआई कार्यकर्ता अखिल गोगोई गिरफ्तार कर लिए गए हैं. असम में कम से कम दो रेलवे स्टेशन और डिब्रूगढ़ बसअड्डे को जला दिया गया है.
लगभग पूरा पूर्वोत्तर जल उठा है और सरकार कह रही है कि कुछ नहीं हुआ है.
इंडियन एक्सप्रेस में आज अपने संपादकीय में नागरिकता संसोधन बिल को ‘जहरीला बिल’ कहा है. इस जहरीले और विभाजनकारी बिल ने प्रभाव में आने के पहले ही अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है.
यह एक भयानक विधेयक है जो भारत के लिए खतरा बनेगा. सरकार से अपील है कि इसे वापस ले लिया जाए. भारत आपका ऋणी रहेगा.
- कृष्णकांत