मोदी और मीडिया देश से बहुत बड़ी बात छिपा रहा है। गुजरात में कोरोना का L स्ट्रेन आया है जो कि चीन के वुहान का ओरिजनल स्ट्रेन है। यह स्ट्रेन वुहान के बाद अमेरिका और यूरोप में तेजी से फैला। भारत में इस स्ट्रेन को पैर पसारने का मौका मोदी ने फरवरी में ट्रम्प को गुजरात बुलाकर दिया। हज़ारों अमेरिकी भारत में L स्ट्रेन फैलाकर चले गए ।
कोरोना वायरस के दो अलग स्ट्रेन हैं- L स्ट्रेन और S स्ट्रेन। इनमें से L स्ट्रेन चीन के वुहान का ओरिजनल स्ट्रेन है। इस वायरस का असर बहुत घातक है और इस वजह से जल्दी मौत भी होती है। वुहान के बाद L स्ट्रेन के म्युटेशन से S स्ट्रेन बना। यह अपेक्षाकृत कम घातक है।
भारत के केरल और कई राज्यों में S स्ट्रेन है। अहमदाबाद में ‘केम छो ट्रम्प’ की वजह से अमेरिका और यूरोपीय देशों से आने वाले अधिक रहे, जहां पर L स्ट्रेन कॉमन है। इसलिए गुजरात में L स्ट्रेन का प्रभाव ज्यादा दिख रहा है, जिस वजह से मौत अधिक हो रही है। केस भी दोगुनी गति से बढ़ रही है। मोदी और विजय रुपाणी को यह बातें पहले से पता थी, इसलिए जमात के लिंक को यहाँ भी हवा दिया जा रहा था।
लेकिन S स्ट्रेन की वजह से जमाती ठीक होकर अपना प्लाज़्मा तक दे रहे हैं, वैसे भी गुजरात में उनकी संख्या कम थी। लेकिन L स्ट्रेन का लिंक नहीं बताया जा रहा है।
जाहिर है नए केस औऱ मरने वालों का लिंक ‘केम छो ट्रम्प’ से ही जुड़ा है। पालतू मीडिया इतनी बड़ी सच पर एक अक्षर लिखने की हिम्मत नहीं दिखा पाया है। गुजरात में हाहाकार मचना तय है। बस दिन गिन लो।
(ये लेख विक्रम सिंह चौहान के फेसबुक वॉल से साभार लिया गया है)