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Ravish Kumar

कर्मचारी भविष्य निधि का पैसा सरकारी प्रतिभूतियों यानि सिक्योरिटी में निवेश किया गया था उससे मुनाफ़ा कम हुआ है। दूसरा आर्थिक अनिश्चितता इतनी है कि भविष्य निधि संगठन (EPFO) अपना सीमित सरप्लस बचा कर रखना चाहता है। उसके पास सात सौ करोड़ का ही सरप्लस है।

इस कारण 2019-20 में ब्याज़ दर को घटा कर 8.5% किया गया है। जो सात साल में सबसे कम है। 2011-12 में 8.25% हो गया था।

आई टी सेल चाहें तो करोड़ों खाताधारकों के हितों को लेकर ट्रेंड करा सकता है। वो लोग भी इस काम में जुटें जो यहाँ आई टी सेल की सामग्री पोस्ट करते हैं।

मोदी सरकार ने 6 करोड़ कर्मचारियों की होली की बेरंग! EPFO ने PF पर घटाई ब्याज दर

इस वक्त बहुत ज़रूरी है कि हम सब टीवी पर पाकिस्तान को लेकर ज़्यादा से ज़्यादा कार्यक्रम देखें। घबराने की बात नहीं है। आई टी सेल आज यस बैंक के ग्राहकों और कर्मचारियों के लिए ट्रेंड कराना चाहिए।

आपको बता दे कि श्रममंत्री संतोष गंगवार ने बृहस्पतिवार को जानकारी देते हुए कहा था कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने 2019-20 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि पर ब्याज दर को घटाकर 8.5 प्रतिशत कर दिया, यह वित्त वर्ष 2018-19 में 8.65 प्रतिशत था।

क्यों घटाईं गई ब्याज दरें?

EPFO ने 18 लाख करोड़ कई क्षेत्रों में निवेश किया है। इसमें 4500 करोड़ रुपये दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन और इन्फ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनैंशल सर्विसेज में लगाए गए हैं। एक ओर डीएचएफएल जहां बैंकरप्सी रिजॉल्यूशन प्रॉसेस से गुजर रही है, वहीं IL & FS को बचाने के लिए सरकारी निगरानी में काम चल रहा है।

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