यस बैंक संकट की चपेट में इंसान ही नहीं बल्कि भगवान भी आ गए हैं। यस बैंक में पुरी के सदियों पुराने भगवान जगन्नाथ मंदिर का 545 करोड़ रुपया फंस गया है। बैंक में मंदिर का पैसा फंसने से पुजारी और श्रद्धालु चिंतित हैं। इन लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है।
इस ख़बर के सामने आने के बाद केंद्र की मोदी सरकार विपक्षियों के निशाने पर आ गई है। विपक्षी नेता बीजेपी पर हिंदुओं के मंदिर का पैसा लुटवाने का आरोप लगा रहे हैं। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी ने अपने करीबी अनिल अंबानी से हिंदुओं के मंदिर का पैसा लुटवाया है।
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उन्होंने ट्विटर के ज़रिए कहा, “भाजपाईयों तुम्हारे राज में हिंदुओं के प्रसिद्ध भगवान जगन्नाथ मंदिर का 592 करोड़ रुपये #YesBank में लूट लिया गया वाह रे भाजपाईयों एक तरफ़ हिंदुओं को दंगे में लड़ाते रहे दूसरी तरफ़ अपने मित्र अनिल अम्बानी से हिंदुओं के मंदिर का पैसा लुटवाते रहे”।
भाजपाईयों तुम्हारे राज में हिंदुओं के प्रसिद्ध भगवान जगन्नाथ मंदिर का 592 करोड़ रुपये #YesBank में लूट लिया गया वाह रे भाजपाईयों एक तरफ़ हिंदुओं को दंगे में लड़ाते रहे दूसरी तरफ़ अपने मित्र अनिल अम्बानी से हिंदुओं के मंदिर का पैसा लुटवाते रहे।
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) March 7, 2020
बता दें कि यस बैंक में भगवान जगन्नाथ मंदिर का 545 करोड़ रुपए जमा है। मंदिर को ये पैसे श्रद्धालुओं के चढ़ावे और दान से मिले थे। जो अब बैंक पर लगी ताज़ा पाबंदियों के बाद फंस गए हैं। मंदिर के प्रबंधकों के चिंता है कि अब मंदिर के देखरेख का कार्य कैसे होगा।
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मंदिर के दैतापति (सेवक) विनायक दासमहापात्रा ने कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा येस बैंक पर रोक से सेवक और भक्त आशंकित हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम उन लोगों के खिलाफ जांच की मांग करते हैं जिन्होंने थोड़े ज्यादा ब्याज के लालच में निजी क्षेत्र के बैंक में इतनी बड़ी राशि जमा कराई है।’’
बताया जा रहा है कि यस बैंक में मंदिर का खाता तीन साल पहले मंदिर के प्रशासक पीके महापात्र के समय में खोला गया था। इससे पहले मंदिर का पैसा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और इलाहाबाद बैंक में जमा होता था।