कृष्णकांत
खबरें हैं कि हाथरस के डीएम का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे पीड़ित परिवार को ही धमकी देते दिख रहे हैं. परिवार का आरोप है कि प्रशासन बार-बार बयान बदलने को लेकर दबाव डाल रहा है. परिवार को मीडिया से बात करने से रोक दिया गया है.
पीड़ित परिवार से मिलने गए टीएमसी सांसदों के साथ पुलिस ने धक्कामुक्की की. टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन गिर पड़े. कल राहुल गांधी के साथ यही किया गया था.
टीएमसी की दो महिला सांसदों ने कहा कि हम पूरे नियम का पालन करेंगे. आप सिर्फ हम दो लोगों को जाने दें. लेकिन पुलिस ने उन्हें भी नहीं जाने दिया. महिला सांसद का आरोप है कि पुरुष पुलिसकर्मी ने उन्हें भी धक्का दे दिया.
पीड़िता के गांव को चारों तरफ से पुलिस ने घेर लिया है. किसी को परिवार से मिलने की इजाजत नहीं है. मीडिया को भी नहीं. कई मीडियाकर्मियों से पुलिस अभद्रता से पेश आई है.
जिस घटना पर पूरे देश की नजर है, उस घटना में पुलिस का ये रवैया है कि सांसदों के भी साथ अभ्रदता से पेश आ रहे हैं और धक्कामुक्की कर रहे हैं. सोचिए कि उस परिवार के साथ पुलिस क्या कर रही होगी?
निर्भया केस की वकील सीमा कुशवाहा को भी गांव के बाहर रोक दिया गया. एडीएम ने सीमा कुशवाहा के साथ भी तीखी बहस की.
आधी रात को शव दफना देना कोई गलती नहीं थी. प्रशासन जो कुछ भी कर रहा है, वह सिर्फ सबकुछ छिपाने के लिए कर रहा है. कुछ अपराधियों ने लड़की के साथ बर्बरता की, अब पुलिस और सरकार भी वही कर रही है. ये सरकारी गुंडागर्दी देश के लिए बहुत महंगी पड़ेगी.