आज प्रधानमंत्री मोदी योग दिवस रांची से मना रहे है। मगर कुछ चंद किलोमीटर दूर बिहार के मुज्ज़फरपुर में मौत का तांडव अभी तक जारी है। चमकी बुखार से शुक्रवार को भी मुजफ्फरपुर में 2 और बच्चों की जान चली गई, जो अब बढ़कर 155 हो गई है। मगर क्या फर्क पड़ता है प्रधानमंत्री मोदी समेत सभी मंत्री लोग तो योग में व्यस्त है।

दरअसल बिहार में फैली एक अज्ञात बीमारी ने 155 मासूमों की जान ले ली है। राज्य के 16 जिले में फैले चमकी बुखार से अभी भी कई लोग पीड़ित है। बिहार में जो मौतें हो रही है उसने केंद्र और राज्य सरकार की नाकामियों को देश के सामने रख दिया है। हैरान करने वाली बात ये भी है कि प्रधानमंत्री मोदी इस मामले पर शांत है और योगा कर रहें है।

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इस मामले पर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने सोशल मीडिया पर लिखा- झारखंड के साथ अगर बिहार में भी चुनाव होता, तो प्रधानमंत्री जी राँची के बाद मुज़फ़्फ़रपुर में भी योग करते।

अस्पताल में मरीजों के लिए बेड ना होना, दवाओं की कमी होना, साथ ही साथ डॉक्टरों की कमी झेलता बिहार। अब वो ऐसे हालत में आ गया है जहां सिर्फ मौत की खबरें आ रही है। मासूम बच्चे जिंदा हालत में अस्पताल में जाते है और मृत होकर बाहर निकलते है। मगर प्रधानमंत्री और उनका मंत्रीमंडल योग दिवस मना रहा है।

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बता दें कि बिहार की जनता ने बीजेपी और उसके घटक दलों को सबसे ज्यादा 39 सीटों पर जीत दर्ज करवाई है। मगर फिर भी प्रधानमंत्री बिहार की सुध तक नहीं ले रहें है, क्या पीएम मोदी ऐसे हालातों में योग करने के बजाय जनता के दुःख में शामिल नहीं हो सकते है? क्या इससे भी उनकी छवि पर असर पड़ेगा।

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