हैदराबाद में दिसंबर के पहले हफ्ते में निकाय चुनाव होने वाले हैं। जिसके चलते भारतीय जनता पार्टी ने हैदराबाद में निकाय चुनाव के लिए भाजपा ने कई दिग्गज नेताओं को चुनाव प्रचार में उतारा है।
भाजपा के अध्यक्ष जे पी नड्डा से लेकर गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैदराबाद में पार्टी के लिए वोट मांगने के लिए रोड शो कर चुके हैं।
इस मामले को लेकर भाजपा एक बार फिर से विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है। जहाँ स्थानीय चुनावों के लिए देश के गृहमंत्री के हैदराबाद में प्रचार कर रहे हैं। वहीँ किसान से मुलाकात करने से कन्नी काट रहे हैं।
हरियाणा की सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन को कई विपक्षी दलों का साथ मिल रहा है। इस कड़ी में अब एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। किसानों का समर्थन करते हुए ओवैसी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि हम किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हैं। इतनी बड़ी तादाद में अगर किसान दिल्ली आकर विरोध करना चाहते हैं। तो सरकार उन्हें विरोध क्यों नहीं करने दे रही?
जब देश के गृहमंत्री हैदराबाद के निकाय चुनावों के लिए चुनाव प्रचार कर सकते हैं। तो देश के किसान दिल्ली में विरोध प्रदर्शन नहीं कर सकते ? जो किसान लोगों का पेट पालते हैं। जिनकी वजह से हमें अपने टेबलों पर खाना मिल रहा है।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसानों को अपने पास बुलाकर उनसे बातचीत करनी चाहिए। मोदी सरकार को उनकी मांगों को सुनना चाहिए। इससे देश को फायदा होगा।
गौरतलब है कि कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों पर भाजपा जितने अत्याचार कर रही है। उनका आंदोलन उतना ही मजबूत होता जा रहा है। ये आंदोलन अब राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच गया है।