देश के योग गुरु और बिजनेसमैन बाबा रामदेव ने कोरोना महामारी के दौरान कोरोनिल वैक्सीन बनाकर कोरोना को भगाने का दावा किया था। आयुष मंत्रालय ने पतंजलि के इस दावे पर बाबा रामदेव को फटकार लगाते हुए इस दवा के प्रचार-प्रसार पर रोक लगा दी थी।
अब भारत में मोदी सरकार ने कोविशील्ड और कोवैक्सीन दो वैक्सीन्स को मंजूरी दे दी है। सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम को जल्दबाजी में लिया गया फैसला करार दिया जा रहा है।
इसके साथ विपक्षी दलों द्वारा भी मोदी सरकार के फैसले पर कड़ी प्रतिक्रियाएं दी जा रही हैं। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेता इस वैक्सीन को लगवाने से साफ़ इंकार कर चुके हैं।
वहीँ कल मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता ने भी कह दिया है कि वह कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाएंगे।
अब इसी बीच बाबा रामदेव ने भी बड़ा बयान दिया है। बाबा रामदेव ने कहा है कि मैं भारत द्वारा निर्मित वैक्सीन का स्वागत करता हूं, लेकिन मैं वैक्सीन नहीं लगवाउंगा।
उन्होंने कहा कि वह इस लिए कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाएंगे क्यूंकि उन्हें योग पर पूरा भरोसा है। जिन्हें वैक्सीन की जरूरत है उन्हें यह लगाई जानी चाहिए।
बाबा रामदेव का कहना है कि आयुर्वेद और योग के जरिए वह खुद को स्वस्थ रखने में समर्थ है। भले ही कोरोना के कई नए अवतार आ जायें। वे और उनका योग सब संभाल लेंगे।
देश में अगर कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या अधिक है। तो इसमें सबसे बड़ा योगदान योग और आयुर्वेद का ही है। इस दौरान उन्होंने लोगों को योग करने की सलाह दी है।
इस खबर को शेयर करते हुए पत्रकार साक्षी जोशी ने भाजपा और बाबा रामदेव की चुटकी ली है। साक्षी जोशी ने ट्वीट कर लिखा है कि तो बाबा रामदेव ‘भी’ वैक्सीन नहीं लगवाएँगे!
गौरतलब है कि बाबा राम देव को भाजपा समर्थक के तौर पर देखा जाता है। लेकिन भाजपा द्वारा लाई गई कोरोना वैक्सीन लगवाने से इंकार करना भाजपा और उनके रिश्तों पर सवाल खड़े करता हैं।