पिछले दो तीन दिनों से देश में भाजपा एक टूलकिट को लेकर कांग्रेस को लगातार घेर रही है, हालांकि भाजपा का ये आरोप झूठ साबित हुआ है, उधर कांग्रेस भाजपा नेताओं के खिलाफ गलत प्रचार को लेकर कानून की शरण में पहुंच चुकी है।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस टूलकिट के जरिए हिंदूओं को बदनाम करने की साजिश रच रही है।

स्मृति ईरानी के साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रवक्ता संबित पात्रा, संगठन मंत्री बीएस संतोष ने कांग्रेस पर टूलकिट के जरिए बदनाम करने का आरोप लगा दिया था।

कांग्रेस ने इन सभी नेताओं के खिलाफ दिल्ली के तुगलक रोड स्थित पुलिस स्टेशन में शिकायत पत्र देकर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है। कांग्रेस ने यह भी कहा कि अगर पुलिस प्राथमिकी दर्ज नहीं करेगी तो पार्टी कोर्ट का रुख करेगी।

कांग्रेस का कहना है कि भाजपा को लगातार झूठे प्रचार करने की लत लग गई है, इस बार इसे बेनकाब कर ही दम लिया जाएगा।

वहीं टूलकिट मामले पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को घेरते हुए कहा था कि बिल्ली भी कुछ घर छोड़ कर अपना मुंह मारती है. कम से कम अपनी दादी मां का तो धर्म बख्श देते जनाब..

इस पर कांग्रेस भी कहां चुप रहने वाली थी। बिहार कांग्रेस के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से स्मृति ईरानी को जवाब दिया गया कि “येल से डिग्री प्राप्त मंत्री स्मृति ईरानी जी!

धर्म की इतनी ही चिंता होती तो आज भाजपा शासित प्रदेश में हिंदुओं का विधिवत अंतिम संस्कार होता न कि उन्हें दफन किए जाने की खबरें आती।”

इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की शहादत की याद दिलाते हुए स्मृति को कहा गया कि धर्म और देशभक्ति का पाठ उस व्यक्ति को न पढ़ाया जाए, जिस परिवार ने अपना लहू बहाया है।

वहीं कांग्रेस की ओर इस कथित टूलकिट मुद्दे पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा पर निशाना साधा।

प्रियंका ने भाजपा को नसीहत देते हुए कहा कि सरकार को झूठ फैलाने की बजाय कोरोना के खिलाफ लड़ाई मजबूत करने पर ध्यान देन चाहिए जबकि राहुल गांधी ने इस मामले पर भाजपा को घेरते हुए कहा कि केंद्र की मोदी सरकार कोरोना संकट के बीच झूठ फैलाओ, ध्यान भटकाओ और शोर मचाकर तथ्य छुपाओ की नीति पर काम कर रही है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here