दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को बीस से ज्यादा दिन हो चुके हैं। भाजपा की सरकार के खिलाफ दिल्ली में आंदोलन कर रहे किसानों की मांगों को मानने से इंकार कर रही है।
दूसरी तरफ प्रधानमंत्री मोदी अपने गृहराज्य गुजरात में जाकर किसानों को कृषि कानूनों के फायदे समझा रहे हैं।
इसी बीच खबर सामने आ रही है कि किसान आंदोलन और कृषि कानूनों पर छिड़ी बहस के बीच अब भारतीय जनता पार्टी देश के अलग-अलग शहरों में जाकर किसान सम्मेलन आयोजित करने वाली है।
इसकी शुरुआत मध्यप्रदेश में की जा चुकी है। खबर के मुताबिक, मध्यप्रदेश के इंदौर में किसान सम्मेलन आयोजित किया गया था। जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने किसानों को भाजपा द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के कथित फायदों के बारे में समझाया है।
इसके साथ ही भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने मध्य प्रदेश में इस साल कमलनाथ सरकार गिराने से संबंधित एक हैरानीजनक बयान दिया है। जोकि पार्टी की मुश्किलें बढ़ा सकता है।
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि मध्य प्रदेश में इस साल जो कमलनाथ सरकार गिरी थी। उसमें अगर किसी का सबसे बड़ा हाथ था तो वह खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।
उनका कहना है कि मैंने यह बात आज तक किसी को नहीं बताई। ये पहली बार इस मंच से मैं कह रहा हूं कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ की सरकार गिराने में अगर किसी की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका रही तो। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की है ना कि भाजपा नेता धर्मेंद्र प्रधान की।
गौरतलब है कि इस साल मध्य प्रदेश की तत्कालीन कमलनाथ सरकार के मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने कई समर्थकों के साथ पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे।
जिसके बाद कमलनाथ सरकार गिर गई थी। जिसके बाद दोबारा राज्य में शिवराज सिंह की सरकार बनी थी।