कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान भारत में भयंकर हो रही स्थिति की वजह से मौतों के आंकड़े थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। जिसकी वजह है मोदी सरकार की बेसिक स्वास्थ्य सुविधाओं का कुप्रबंधन।
बीते साल दुनिया भर में फैले कोरोना संक्रमण के बावजूद भारत ने इस संकट को गंभीरता से नहीं लिया और आज देश की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने के कारण शवदाह ग्रहों में दिन रात अंतिम संस्कार हो रहे हैं।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान भारत में बने खौफनाक स्थिति पर कनाडा ने भी चिंता जाहिर की है।
इसी बीच खबर सामने आई है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत में कोरोना महामारी से निपटने के लिए मदद का हाथ आगे बढ़ाया है।
खबर के मुताबिक, कनाडा के प्रधानमंत्री ने भारत को एक करोड़ डालर की मदद मुहैया कराने का ऐलान किया है।
कनाडा के प्रधानमंत्री प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा है कि हम रेड क्रॉस के जरिए भारत की मदद करेंगे।
जिससे कि देश में कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए आ रही समस्यायों को सुलझाया जा सके। इस मामले में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच बातचीत हुई है कि हम हम भारत की किस तरह से मदद कर सकते हैं।
इस मामले में उप्साला यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अशोक स्वैन ने मोदी सरकार पर चुटकी ली है। उन्होंने ट्वीट कर इस खबर को शेयर किया है। इसके साथ ही लिखा है कि “कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो क्या सोचते हैं? भारत ने अभी नए संसद भवन बनाने के लिए 130 मिलियन डॉलर खर्च किए हैं।”
वहीं एमपी यूथ कांग्रेस ने लिखा- भारत का PM केअर फंड कहां है पता नहीं, लेकिन कनाडा के PM द्वारा इस मदद के बाद उम्मीद है कि वो पैसा “भारतीय जनता” के लिए खर्च हो ना कि “पार्टी” के लिए
बात की जाए भारत में कोरोना संक्रिमत मरीजों के आंकड़े की। तो हर दिन देश के कई राज्यों से लाखों मामले सामने आ रहे हैं।
इस वक्त देश में लगभग 1,79,9,267 हो गए हैं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में अब तक मरीजों की मौत की संख्या दो लाख पार कर चुकी है।