किसानों से जुड़े तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 6 दिनों से दिल्ली की सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की आवाज़ अब पूरी दुनिया सुन रही है।
इससे साफ है कि नरेंद्र मोदी सरकार की जिद और हठधर्मिता के कारण कृषि प्रधान देश माने जाने वाले भारत की बदनामी विदेशों में होने लगी है। भारतीय किसानों को दुनिया के बड़े देश और नेताओं का समर्थन मिल रहा है।
अभी तक जो देश भारत गणराज्य की बात करते हुए समर्थन करते थे वो अब भारतीय किसानों का समर्थन कर रहे हैं।
इंग्लैंड, कनाडा और अमेरिका के नेताओं ने किसानों का समर्थन किया है और प्रदर्शन से निपटने के तरीके को लेकर मोदी सरकार की आलोचना की है।
कनाडा जैसे बड़े देश और वहां के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने किसानों की आवाज़ में आवाज़ मिलाई है। किसानों के पक्ष में बोलने वाले दुनिया के नेताओं में ट्रुडो का नाम सबसे प्रमुख है।
जस्टिन ट्रुडो ने कहा कि, ” अगर मैं किसानों द्वारा प्रदर्शन के बारे में भारत से आ रही खबरों पर ध्यान देना शुरू नहीं करता तो बेपरवाह होता। वहां की स्थिति चिंताजनक है।
शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के अधिकारों की रक्षा के लिए कनाडा हमेशा खड़ा रहेगा। हमने अपनी चिंताओं को रेखांकित करने के लिए कई माध्यमों से भारतीय ऑथोरिटी ई संपर्क किया है।”
जस्टिन ट्रुडो के अलावा कनाडा के कुछ बड़े नेताओं जैसे- जगमीत सिंह, जैक हैरिस, एंड्रिया होरवाथ, गुररतन सिंह ने किसानों को लेकर चिंता जाहिर करते हुए सवाल उठाया है।