गुजरात के बनासकांठा जिले में एक दलित युवक के घोड़ी चढ़ने से कथित ऊंची जाति के लोगों को इतनी आपत्ति हुई कि उन्होंने पत्थरबाजी करना शुरू कर दिया।
बनासकांठा के आकाश कोटडिया आर्मी के जवान हैं। उनकी तैनाती जम्मू-कश्मीर में है जहां से वह छुट्टी लेकर शादी के लिए गांव आए थे।
आकाश जब बारात ले जाने के लिए घोड़ी पर चढ़ने लगे तो कथित ऊंची जाति के लोगों ने उन्हें ऐसा करने से रोका। जाति वादियों की इस आपत्ति को दरकिनार करके आकाश घोड़ी पर चढ़ गए।
इससे इस कथित ऊंची जाति के लोगों की भावनाएं इतनी आहत हो गई कि दूल्हे समेत तमाम परिजनों पर इन्होंने पत्थरबाजी शुरू कर दिया।
मामला इतना बिगड़ गया कि बाद में पुलिस की मदद लेनी पड़ी और पुलिस की छावनी जैसे माहौल के बीच आकाश की शादी संपन्न हुई।
दलितों के साथ उत्पीड़न की यह कहानी उस गुजरात से है जहां से देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री आते हैं। खैर इसी तरह भेदभाव का रवैया उन्होंने भी दिखाया जब ट्रंप के भारत दौरे के लिए अहमदाबाद की झुग्गियों को दीवारों से ढँकवा दिया।
ऐसे में गुजरात के मुख्यमंत्री हों या इस देश के गृहमंत्री और प्रधानमंत्री, दलित समाज के लोग किसी से न्याय की बहुत उम्मीद नहीं कर सकते है।