इलैक्ट्रिक एसी बसों का झांसा देकर नॉर्मल सीएनजी बसों का सफ़र. जी हां ये कारनामा या कहें कि ये फर्ज़ीवाड़ा योगी आदित्यनाथ की सरकार में हुआ है.
दरअसल इसी साल 25 अगस्त को योगी आदित्यनाथ ने 42 इलैक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाई थी. इनमें से 34 लखनऊ को और आठ बसें कानपुर के हिस्से आईं थी. इसके बाद लखनऊ से नैमिषारण्य के बीच इलैक्ट्रिक बसें शुरु की गई. जिसका किराया 121 रुपए रखा गया.
इन बसों को दुबग्गा में चार्ज कर रवाना किया जा रहा था. लेकिन चार्जिग खत्म हो जाने से ये इलेक्ट्रिक बसें रास्ते में ही खड़ी हो जा रही थी. तो ऐसे में सिटी ट्रांसपोर्ट ने नया कारनामा कर दिखाया.
सिटी ट्रांसपोर्ट ने इलेक्ट्रिक बसों के बीच रास्ते में खड़े होने की परेशानी से निजात के लिए जो रास्ता निकाला वो कमाल का रहा. सिटी ट्रांसपोर्ट ने इलेक्ट्रिक बसों की जगह सीएनजी बसों को ई-बस के रंग में रंगा और दौड़ा दी नैमिषारण्य रुट पर.
इस फर्ज़ीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब यात्रियों को गर्मी का एहसास हुआ और उन्होंने बस का एसी चलाने के लिए कहा तो पता चला कि बसों में एसी है ही नहीं है ये तो सीएनजी बसें हैं.
अब इस मुद्दे पर कांग्रेस ने यूपी सरकार को घेरा है. कांग्रेस ने इस ख़बर को ट्वीट करते हुए लिखा है कि “जे पी नड्डा ने हवा में 95 % AIIMS खड़ा कर दिया. CM योगी ने CNG बस पर रंग पुतवाकर इलेक्ट्रिक बस बना दिया. ऐसी जालसाज़ी सिर्फ़ BJP वाले ही कर सकते हैं, कमाल ही है.”
जेपी नड्डा ने हवा में 95% AIIMS खड़ा कर दिया।
CM योगी ने CNG बस पर रंग पुतवाकर इलेक्ट्रिक बस बना दिया।ऐसी जलसाजी सिर्फ BJP वाले ही कर सकते हैं। कमाल ही है! pic.twitter.com/IRUx80fG7u
— Congress (@INCIndia) September 26, 2022
परिवहन विभाग की मोटरवाहन नियमावली के मुताबिक, किसी भी वाहन का जो ओरिजनल कलर होता है उसे बदला नहीं जा सकता है, क्योंकि परिवहन विभाग में रजिस्ट्रेशन के दौरान रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट पर संबंधित वाहन का जो कलर होता है वह दर्ज होता है.
यानी कलर में कोई बदलाव किया जाता है तो इसे नियम विरुद्ध माना जाता है, लेकिन नियमों को दरकिनार कर सिटी ट्रांसपोर्ट के अधिकारियों ने सफेद और बैंगनी कलर की 2 सीएनजी बसों को इलेक्ट्रिक बसों के भगवा रंग में रंग दिया.
लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के एमडी सुहैल अहमद ने बताया कि नैमिषारण्य रूट पर इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया गया था. यह वातानुकूलित बसें थीं जो यात्रियों को सफर में आराम देती थीं, लेकिन चार्जिंग प्वाइंट न होने की वजह से इनके संचालन में दिक्कत आ रही थी.
लिहाजा, इस रूट पर यात्रियों की सुविधा के लिए अब दो इलेक्ट्रिक बसों की जगह दो सीएनजी बसें चलाई जा रही हैं. कंपनी के प्रतिनिधियों से बातचीत हुई है जल्द ही चार्जिंग प्वाइंट भी स्थापित होगा और फिर से इस रूट के यात्रियों को एसी इलेक्ट्रिक बसों की सुविधा मिलेगी.
जहां तक बात सीनजी बसों को इलेक्ट्रिक बसों की तरह भगवा कलर में रंगे जाने की है तो यह बसें पर्यटकों के लिए चलाई गई हैं. उनका ध्यान आकर्षित हो सके, इसीलिए ऐसा किया गया होगा.