जनता पर महंगाई की मार जारी है। पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। 10वें दिन भी तेल की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

इस बढ़ोतरी के साथ ही देश के कई हिस्सों में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर की दर से बिकने लगा है। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान में ब्रांडेड पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर के आंकड़े को पार कर चुकी है।

तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद जहां केंद्र की मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर है, वहीं बॉलीवुड के उन अभिनेता को भी कटघरे में खड़ा किया जा रहा है, जो पहले तेल की बढ़ती कीमतों पर सवाल उठाया करते थे।

ऐसे ही अभिनेताओं में अमिताभ बच्चन और अक्षय कुमार का नाम प्रमुख है।

अमिताभ और अक्षय ने कांग्रेस के कार्यकाल में जब तेल की कीमतें बढ़ी थीं तो इसका विरोध करते हुए अपनी आवाज़ बुलंद की थी, लेकिन अब वो खामोश हैं।

इन अभिनेताओं की ख़ामोशी पर महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने पूछा है कि कांग्रेस के कार्यकाल में तेल की बढ़ती कीमतों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने वाले आज चुप क्यों हैं? क्या उनमें तानाशाह सरकार के ख़िलाफ़ आवाज़ उटाने की हिम्मत नहीं है।

पटोले ने कहा कि यूपीए सरकार के दौरान फ्यूल के रेट बढ़ने पर शोर बचाने वाले एक्टर्स अब कहां हैं? उस वक्त जब पेट्रोल 70 रुपए लीटर हुआ था तो अमिताभ बच्चन और अक्षय कुमार ने सोशल मीडिया पर इसके खिलाफ आवाज उठाई थी।

लेकिन अब जबकि पेट्रोल 100 रुपए लीटर हो गया है तो वे चुप क्यों हैं? क्या उनमें तानाशाह मोदी सरकार के खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं है?

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों एक्टर मोदी सरकार के दबाव में हैं। ये लोग जनता के पक्ष में नहीं बोलते, जबकि वह उनकी मूवी के टिकट खरीदकर देखती है।

उन्होंने इस दौरान चेतावनी देते हुए कहा कि इनकी (अमिताभ और अक्षय) फिल्में महाराष्ट्र में नहीं देखी जाएंगी न ही शूटिंग हो सकेगी।

पटोले ने यह भी कहा कि यह कोई धमकी नहीं है, लोकतंत्र के लिए ऐसा किया जाएगा, आप जनता के मॉडल हैं, और आपकी यह जिम्मेदारी है।

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