केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार ने देश से गरीबी और बेरोजगारी के साथ-साथ भ्रष्टाचार हटाने के दावे कई बार किए हैं।
लेकिन इसके विपरीत देश में गरीबी का स्तर और भी ज्यादा बढ़ता जा रहा है। वहीँ देश के अमीर पूंजीपति और अमीर होते जा रहे हैं।
मोदी सरकार पर लगातार ये आरोप लगते रहे हैं कि वह सत्ता में बैठकर देश के चंद उद्योगपतियों को फायदा पहुंचा रहे हैं।
इसी बीच खबर सामने आई है कि मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस नेवल का कर्ज बड़ी मात्रा में माफ किया जाएगा।
दरअसल अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस नेवल पर कुल 12429 करोड़ रुपए का बैंक बकाया है। लेकिन अब आईबीसी की एनसीएलटी के अंतर्गत इसे 94 फीसदी कम करके 800 करोड रुपए में सेटल कर दिया जाएगा।
दरअसल अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी की ज्यादातार कंपनियां इस वक्त पूरी तरह कर्ज में डूबी हुई हैं। जिनमें से कई कंपनियां दिवालिया प्रोसेस के दौरान बिक भी चुकी है।
रिलायंस नेवल एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड को खरीदने के लिए भी बोली लगाए जाने की बात चल रही है।
इस मामले में कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने मोदी सरकार और अनिल अंबानी के बीच की सांठ गाँठ पर सवाल खड़ा करते हुए भाजपा पर निशाना साधा है।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि पूर्वांचल में कहते हैं-जब सैंया भय कोतवाल तो डर काहे का?
अनिल अंबानी की Reliance Naval का कुल 12,429 करोड़ बैंक बकाया IBC की NCLT के अंतर्गत 94% कम करके Rs.800 करोड़ में सेटल होगा। दिन दहाड़े लूट!
पूर्वांचल में कहते हैं-जब सैंया भय कोतवाल तो डर काहे का?
अनिल अम्बनी की Reliance Naval का कुल Rs.12429 करोड़ बैंक बकाया IBC की NCLT के अंतर्गत 94% कम करके Rs.800 करोड़ में सेटल होगा
दिन दहाड़े लूट! pic.twitter.com/UtupgnKCLf
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) September 7, 2021
आपको बता दें कि साल 2016 में भारत सरकार ने फ्रांस से 36 राफेल फाइटर जेट का सौदा किया था। राफेल डील मामले में भी अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस का नाम काफी सुर्खियों में रहा था।
कांग्रेस द्वारा आरोप लगाए गए थे कि मोदी सरकार ने अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने के लिए राफेल विमानों को इतने महंगे दामों में खरीदा है।