प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सबकुछ ठीक नहीं है। इस महीने डबल मर्डर की घटना के बाद बीएचयू में एक चाय वाले की हत्या कर दी गई थी। अब पीडब्लूडी के ठेकेदार नितेश सिंह पर दिनदहाड़े फायरिंग करते हुए उनकी हत्या कर दी। इस घटना को अंजाम देने के बाद बेख़ौफ़ बदमाश खुलेआम बदूक लहराते हुए मौके से फरार भी हो गए।
दरअसल सारनाथ के लोहिया नगर के रहने वाले ठेकेदार नितेश सिंह अपने फार्च्यूनर गाड़ी से जा रहें थे। तभी अचानक बाइक सवार बदमाशों ने उनपर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। ड्राइविंग सीट पर बैठे नितेश की मौके पर ही गोली लगने से मौत हो गई। ताबड़तोड़ फायरिंग से इलाके में सनसनी फैल गई। घटना के पीछे की वजह अभी साफ नहीं हो पाई है।
पुलिस के अनुसार, ठेकेदार के पास पुलिस के मुताबिक ठेकेदार के पास भी लाइसेंसी पिस्टल बरामद हुई है। पुलिस का कहना है ठेकदार को कुल सात गोलियां मारी गई हैं। पुलिस ने मृतक प्रॉपर्टी डीलर के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मौत की सूचना मिलते ही मृतक के घर में कोहराम मचा हुआ है, फिलहाल पुलिस वारदात की जांच पड़ताल में जुट गई है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर पिछले कई महीने से सवाल उठ रहें है। मगर योगी सरकार का कहना है कि कानून व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त रखने में उन्होंने कोई कमी नहीं की है। मगर पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर पुरुवांचल तक हर जगह सिर्फ बदमाशों का राज है। हत्या लूट बलात्कार की घटना को रोक पाने में सरकार विफल साबित हुई है।
ऐसे में ये दावा करना कि पिछले ढाई सालों में प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ क्या सिर्फ इतना काफी है। ‘अपराध मुक्त’ उत्तर प्रदेश बनने की बात कहने वाले सीएम योगी बढ़ते हुए अपराधों पर कैसे लगाम लगायेंगे? क्या इसे गुंडों का राज नहीं कहा जायेगा जहां ना चाय वाला सुरक्षित है और ना ही एक ठेकदार।