बीते कई महीनों से देश में पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जिससे देश में महंगाई तेजी से बढ़ रही है। गरीब तबके का जनजीवन इससे बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।
इसी बीच खबर सामने आई है कि मोदी सरकार पेट्रोल डीजल महंगा करने के बाद अब बिजली भी महंगी करने जा रही है।
खबर के मुताबिक, मोदी सरकार इलेक्ट्रिसिटी एक्ट 2003 संशोधन संसद में लाने जा रही है। जिसके बाद बिजली का सारा कंट्रोल प्राइवेट कंपनियों के हाथों में चला जाएगा।
पेट्रोल डीजल के बाद अब जल्द ही बिजली के दाम भी आसमान छू सकते हैं। अगर मोदी सरकार संसद में इस इलेक्ट्रिसिटी एक्ट को पास कराने में कामयाब हो जाती है।
तो बिजली के दाम बढ़ाने का पूरा अधिकार उद्योगपतियों के हाथ में आ जाएगा। यानी कि वह अपनी मर्जी के मुताबिक कभी भी बिजली के दाम बढ़ा सकते हैं।
माना जा रहा है कि मोदी सरकार अडानी पावर और अंबानी पावर जैसी प्राइवेट कंपनियों को बिजली का सारा कंट्रोल दे सकती है। मोदी सरकार द्वारा लाए जा रहे संशोधनों का मकसद चंद उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाना है।
केंद्र सरकार के इस फैसले से बिजली के बिलों में दो से 5 गुना तक का इजाफा हो जाएगा।
इस मामले में आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।
उन्होंने इस खबर को ट्वीट करते हुए लिखा है कि अब आपके घर की रोशनी भी छीनने जा रही है मोदी सरकार।
अब बिजली के दाम भी 11 दिन में 9 बार बढ़ेंगे। देश में आपका जेब काटने वाली। “जेब कतरा सरकार” चल रही है। जेब कतरों से सावधान।
गौरतलब है कि देश की सरकारी कंपनियों और संस्थानों का निजीकरण किए जाने के मामले में मोदी सरकार लगातार विपक्षी दलों के निशाने पर बनी हुई है।
इतने बड़े स्तर पर किए जा रहे निजीकरण का विपक्षी दलों द्वारा जमकर विरोध किया जा रहा है।
कई विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाए हैं कि मोदी सरकार देश के चंद पूंजीपतियों के हाथों देश की सरकारी संपत्ति बेचने में तुली हुई हैं।