एक तरफ देश में किसान आंदोलन के चलते मोदी सरकार लोगों के निशाने पर हैं। वहीं दूसरी तरफ भारत और चीन के बीच चल रहे तनाव में एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल चीन ने अरुणाचल प्रदेश में एक नया गांव बसा लिया है।

बताया जा रहा है कि चीन ने भारत सरकार की नाक के तले चोरी-छुपे इस गाँव को बसाया है। जिसमें करीब सौ से ज्यादा घरों का निर्माण भी कर दिया गया है और भारत सरकार को इसकी भनक तक भी नहीं हुई।

यह गांव चीन ने अरुणाचल प्रदेश में भारतीय सीमा के करीब साढे 4 किलोमीटर अंदर बसाया है। इस गांव की सेटेलाइट तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। जिसमें देखा जा सकता है कि अरुणाचल प्रदेश के उस हिस्से में यह गांव बसा है। जो कि चीन की सीमा से सबसे ज्यादा नजदीक है।

दरअसल यह इलाका भारत और चीन के बीच बीते लंबे समय से विवाद का कारण बना रहा है। माना जा रहा है कि बीते साल लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुए खूनी संघर्ष के बाद इस गाँव का निर्माण किया है।

इस मामले में पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने अरुणाचल प्रदेश और किसानों की मुद्दे पर ट्वीट कर लिखा है कि “सुना है, चीन अरुणाचल प्रदेश में घुसा औऱ गाँव बसा लिया, सरकार अपनों (किसानों) से लड़ने में व्यस्त है। देश को तांडव से ख़तरा है, चीन से नहीं। व्हाट्सअप चैट वाला योद्धा कहाँ है? देश सही हाथों में है?”

गौरतलब है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लाल आंखें दिखा चीन को सबक सिखाने का दावा करते हैं। लेकिन इसके विपरीत चीन की हिम्मत इतनी बढ़ गई है कि भारत की सीमा में घुसकर चीन ने एक गांव बसा लिया है।

भारत सरकार चीन को सबक सिखाने की जगह देश के किसानों से लड़ने में लगी हुई है। विपक्षी दलों का कहना है कि पीएम मोदी चीन के साथ दोस्ती बनाए रखने की कवायद में कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here