बीते साल से देश में चल रहे किसान आंदोलन के चलते पंजाब, हरियाणा के लोगों में भाजपा सरकार के प्रति गुस्सा देखने को मिल रहा है। कोरोना महामारी के दौरान भी दिल्ली के बॉर्डर पर सीमित प्रदर्शनकारियों के साथ यह किसान आंदोलन चलाया जा रहा है।

इसी बीच खबर सामने आई है कि पंजाब के रोपड़ के एक गांव नूरपुरबेदी में कल किसान नेताओं ने आरएसएस द्वारा लगाए गए एक ब्लड डोनेशन कैंप का जमकर विरोध किया है।

खबर के मुताबिक, आरएसएस द्वारा रोपड़ के नूरपुरबेदी में लगाए गए ब्लड डोनेशन कैंप की खबर लगते ही सैकड़ों किसान देखते ही देखते मौके पर पहुंच गए।

उन्होंने मोदी सरकार और आरएसएस का जमकर विरोध किया। इस दौरान वहां पर तनावपूर्ण स्थिति बनता हुआ देख पुलिस ने भारी तादाद में फोर्स भी तैनात कर दी।

बताया जाता है कि मोदी सरकार से नाराज किसानों ने इस ब्लड डोनेशन कैंप में घुसकर वहां पर लगाई गई सारी कुर्सियां बिखेर दी। इस दौरान सरकार और आरएसएस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई।

नारेबाजी कर रहे किसानों का कहना था कि जब तक मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों को रद्द नहीं किया जाता। तब तक पंजाब में आरएसएस या भारतीय जनता पार्टी का कोई भी प्रोग्राम नहीं होने दिया जाएगा।

बता दें, इससे पहले भी पंजाब में भाजपा द्वारा किए गए कुछ कार्यक्रमों को इसी तरह से रद्द करवाया गया था।

भारी मशक्कत के बाद आनंदपुर साहब के डीएसपी रमिंदर सिंह काहलों ने आकर मामले को शांत करवाया जिसके बाद आरएसएस ने खुद ही इस ब्लड डोनेशन कैंप को रद्द करने का फैसला ले लिया।

वहां से आरएसएस के कार्यकर्ताओं को किसान नेताओं ने खदेड़ कर कैंप की जगह किसानी झंडा लगा दिया।

इस दौरान किसानों ने कहा कि भाजपा के कैंप लगाने वाले नेताओं का भी अब उनके गांव और दुकानों से सामान खरीदने का विरोध किया जाएगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here