उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। बदमाश आपराधिक वारदातों को इस तरह अंजाम दे रहे हैं, जैसे सूबे में पुलिस मौजूद ही नहीं। ताज़ा मामला फिरोज़ाबाद से सामने आया है। जहां एक रेप पीड़िता के पिता की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
सूबे की कानून व्यवस्था पर सवाल इसलिए भी उठता है क्योंकि जिस बदमाश ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया है, उसने 6 महीने पहले ही कथित तौर पर मृतक की नाबालिग बेटी के साथ बलात्कार किया था। आरोपी का नाम आचमन उपाध्याय है। बताया जा रहा है कि वह मृतक पिता पर रेप केस वापस लेने का बबाव बना रहा था। लेकिन जब पिता ने उसकी बात मानने से इनकार कर दिया तो उसने पिता की हत्या कर दी।
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इस मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिसपर कार्रवाई करते हुए एसएसपी सचिंद्र पटेल ने प्रभारी निरीक्षक उत्तर केडी शर्मा, प्रभारी निरीक्षक शिकोहाबाद लोकेंद्र सिंह तथा चौकी प्रभारी कोटला रोड अतेश कुमार को निलंबित कर दिया है। साथ ही पुलिस इस मामले में आरोपियों की तलाश कर रही है।
बता दें कि शिकोहाबाद के रहने वाले आचमन उपाध्याय ने मृतक की बेटी के साथ 6 महीने पहले कथित तौर पर रेप किया था। मृतक ने आरोपी के खिलाफ़ रेप का केस दर्ज कराया था। लेकिन पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की और आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया।
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जिसके बाद आरोपी पीड़िता के पिता पर केस वापस लेने का दबाव बनाने लगे। लेकिन उन्होंने केस वापस लेने से इनकार कर दिया। जिसके बाद आरोपी ने 1 फरवरी को पिड़िता के पिता को धमकी दी कि अगर केस वापस नहीं लिया तो वह पांच दिन में उसे जान से मार देंगे। इस धमकी की शिकायत भी पीड़ित पक्ष ने पुलिस में की।
लेकिन पुलिस की ओर से फिर लापरवाही देखने को मिली। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया। जिसके बाद आरोपी ने धमकी को पूरा करते हुए पीड़िता के पिता की गोली मारकर हत्या कर दी। परिजनों का कहना है कि पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर लेती को पीड़िता के पिता की जान बच सकती थी।