यूपी में विधानसभा चुनाव के लिए आखिरी चरण के लिए वोटिंग जारी है. अब सिर्फ मतगणना की औपचारिकता ही शेष रह जाएगी.

लेकिन इस बीच जिस प्रकार से चुनाव में धांधली और गड़बड़ी की खबरें आ रही हैं, वो हमारे चुनाव आयोग की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े कर रहा है.

नितिन शर्मा नामक एक यूजर ने ट्वीटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें गुजरात पुलिस के द्वारा संदिग्ध हरकतें करते हुए दिखाया जा रहा है.

इस वीडियो में गुजरात पुलिस के जवान साफ कहते हुए नजर आ रहे हैं कि यूपी में योगी आएगा.. योगी ही आएगा.

अब इस वीडियो ने निष्पक्ष चुनाव के दावों पर कई तरह के सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं. जिनके उपर निष्पक्ष चुनाव कराने की जवाबदेही है, वही पुलिस वाले कह रहे हैं कि योगी आएगा.

नितिन शर्मा ने कहा है कि देखिए, यह वीडियो गुजरात पुलिस का है जो यूपी में चुनाव संपन्न कराने आई है.

नितिन शर्मा ने लिखा है कि यह वीडियो 06 मार्च यानी अंतिम चरण के मतदान के एक दिन पहले का है. क्या अब ऐसे में बनारस में निष्पक्ष चुनाव हो सकेगा..

जब पुलिस ही खुद बोल रही है कि आयेगा तो योगी ही, अब ऐसे में चुनाव आयोग का क्या कहना है ! इसके साथ ही नितिन ने हैशटैग यूज किया है, ईवीएम पेटी बचाओ, बीजेपी भगाओ…

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और यूपी प्रभारी संजय सिंह ने भी इस मुद्दे पर ट्वीट करते हुए कहा है कि जब चुनाव में पर्याप्त संख्या में केंद्रीय सुरक्षा बल तैनात हैं.

इसके अलावा यूपी की सीमा बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान से लगती हैं तो गुजरात से पुलिस बल को क्यों बुलाया गया है जो योगी को चुनाव जीताने का ऐलान कर रही है ?

चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाते हुए संजय सिंह ने कहा है कि दूर से फोर्स बुलाकर फिजूल खर्ची करने के लिए क्या चुनाव आयोग स्वंतत्र है ?

संजय सिंह द्वारा सवाल उठाए जाने के बाद से चुनाव आयोग की कार्यशैली एक बार फिर से शक के दायरे में है.

जब यूपी के बगल में बिहार, राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश और दिल्ली जैसे राज्य हैं तो चुनाव संपन्न कराने के लिए गुजरात से फोर्स बुलाने का मतलब साफ साफ इशारा कर रहा है कि हर हाल में यूपी विधानसभा चुनाव जीतने के लिए कोई भी कर्म कुकर्म करने को तैयार है और इस गोरखधंधे में चुनाव आयोग भी संलिप्त है.

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