नागालैंड में सुरक्षा बलों द्वारा चलाए गए ऑपरेशन में 14 नागरिकों की मौत का मामला सामने आया है। जिसके बाद राज्य के लोगों में सुरक्षा बलों के खिलाफ आक्रोश देखने को मिल रहा है।

बताया जाता है कि प्रदर्शनकारियों ने असम राइफल्स के कैंप का घेराव कर वहां पर आगजनी की है।

इसके साथ ही असम राइफल्स के शिविर और कोन्याक यूनियन के कार्यालय में तोड़फोड़ भी हुई है। इस घटना के बाद इलाके में इंटरनेट और ऐसे में सेवाएं बंद कर दी गई है।

कई जगहों पर आम नागरिकों की मौत के मामले में सेना के वाहनों को घेरकर आग के हवाले किया गया है।

इस मुद्दे पर शायर और कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने सवाल उठा भाजपा सरकार को घेरा है।

उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि “पहले असम और मिजोरम बॉर्डर पर दोनों राज्यों की पुलिस का आपस में टकराव और अब नागालैंड में बेगुनाह नागरिकों की हत्या।

पूरा नॉर्थ ईस्ट लहूलुहान है और गृह मंत्री अमित शाह जी राजस्थान में चुनाव चुनाव खेल रहे हैं। #Nagaland

आपको बता दें कि कल लोकसभा में भी विपक्षी दलों द्वारा नागालैंड में मारे गए नागरिकों का मुद्दा उठाया गया है। जिस पर देश के गृहमंत्री अमित शाह से जवाब मांगा गया है।

लोकसभा में प्रश्नकाल शुरू होते ही कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि नागालैंड में घटी घटना बहुत दुखद और शर्मनाक है।

सरकार द्वारा नागालैंड में शांति बहाली को लेकर के दावे किए गए थे। उन सभी दावों का क्या हुआ? बेगुनाह लोगों की जाने जा रही है।

यह मुद्दा सदन में उठाना जरूरी है मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्री अमित शाह के साथ है। देश के रक्षा मंत्री भी इस पर अपनी जवाबदेही दें।

वहीँ नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराए जाने का वादा किया और समाज के सभी वर्गों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया।

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