छत्तीसगढ़ के बीजापुर और सुकमा में बीते दिनों हुए नक्सली हमले में सेना के 22 जवानों के शहीद होने की खबर ने पूरे देश में मातम का माहौल बना दिया था।
लेकिन छत्तीसगढ़ में नक्सलियों द्वारा किडनैप किए गए सीआरपीएफ के जवान राकेश्वर सिंह मन्हास के बारे में कोई बात नहीं कर रहा।
देश के गृहमंत्री अमित शाह ने शहीद जवानों के लिए दुख तो जरूर जाहिर किया। लेकिन किडनैप हुए सीआरपीएफ जवान को बचाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
बताया जाता है कि सीआरपीएफ जवान राकेश्वर सिंह मन्हास के परिवार ने सरकार से अपील की है कि जल्द से जल्द ठोस कदम उठाकर उनकी रिहाई को सुनिश्चित करवाएं।
इस कड़ी में सीआरपीएफ के जवान राकेश्वर सिंह मन्हास की पत्नी मीनू ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि अगर कोई भी जवान अपनी छुट्टी खत्म होने के एक दिन बाद रिपोर्ट करता है।
तो उसके खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाती है। लेकिन नक्सली हमले के बाद से उनके पति लापता हैं और सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।
इस मामले में शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा- “भारत का एक बेटा कमाण्डो राकेश्वर सिंह देश के दुश्मन माओवादियों के कब्ज़े में है, लेकिन देश के गृहमंत्री चुनावी रैलियॉं कर रहे हैं और प्रधानमंत्री बच्चों को इम्तहान पास करने पर लेक्चर दे रहे हैं!
बताया जाता है कि जम्मू अखनूर हाईवे पर भी स्थानीय लोगों द्वारा इस मामले में प्रदर्शन किया गया है।
उन्होंने सीआरपीएफ जवान राकेश्वर सिंह की जल्द से जल्द रिहाई की मांग की है। इस प्रदर्शन में राकेश्वर सिंह का परिवार भी शामिल हुआ था।
आपको बता दें कि भाजपा समर्थक न्यूज़ चैनल द्वारा भी इससे संबंधित कोई खबर नहीं दिखाई जा रही है। वहीं देश के गृह मंत्री अमित शाह अपने चुनावी दौरों में व्यस्त चल रहे हैं।