भारत में फैली कोरोना महामारी की वजह से देश की अर्थव्यवस्था लगातार नीचे गिरती जा रही है। इसके साथ ही देश में बेरोजगारी और गरीबी का स्तर बढ़ता जा रहा है।

जिसका प्रभाव गरीब और मध्यमवर्गीय तबके पर ज्यादा पड़ रहा है। इसी बीच अब सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स की एक रिपोर्ट सामने आई है।

इस रिपोर्ट के तहत एसडीजी रैंकिंग में भारत दो पायदान नीचे आ गया है। दरअसल साल 2015 में यूएन सदस्य देशों ने 17 सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स को स्वीकार किया था।

साल 2030 तक इन गोल्स को पूरा करने का एजेंडा भी तय किया गया था।

बताया जा रहा है कि यूएन के सदस्य देशों की तरफ से स्वीकार किए गए 17 सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स में भारत अब 117 वें नंबर पर पहुंचा है। जबकि बीते साल भारत 115 वें नंबर पर था।

बताया जाता है कि भारत का रैंक 4 दक्षिण एशियाई देशों से भी नीचे आ चुका है। यह चार देश भूटान, नेपाल, श्रीलंका और बांग्लादेश हैं।

इस मामले में आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने इस खबर को शेयर करते हुए ट्वीट किया है।

मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि “इमेज मैनेजमेंट और चुनाव मैनेजमेंट में व्यस्त केंद्र सरकार की वजह से हमारे देश की रैंकिंग अब नेपाल भूटान से भी नीचे। हमारी केंद्र सरकार की रैंकिंग केवल एक मामले में दुनिया में नम्बर वन होगी- राज्यों की चुनी हुई सरकारों से लड़ने में, उनके काम में टांग अड़ाने में।”

आपको बता दें कि देश के राज्यों की तैयारियों को लेकर भी रिपोर्ट तैयार की गई है। जिसमें झारखंड और बिहार साल 2030 तक एसडीजी को पूरा करने के लिए सबसे नीचे हैं।

लेकिन भारत के कुछ राज्य और केंद्र शासित प्रदेश एसडीजी हासिल करने राह में अग्रसर हैं। जिसमें केरल हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ का नाम शुमार है।

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