झारखंड के नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने सरायकेला मॉब लिंचिंग पर विवादित बयान दिया है। उन्होंने मृतक तबरेज़ पर ही सवाल खड़े करते हुए कहा कि आख़िर वह दूसरे गांव क्यों गया था। इसके साथ ही उन्होंने हत्यारी भीड़ द्वारा तबरेज़ अंसारी से जबरन ‘जय श्री राम’ के नारे लगवाए जाने का भी समर्थन किया।
सीपी सिंह ने स्थानीय न्यूज़ चैनल कशिश न्यूज़ से बातचीत में कहा कि तबरेज़ दूसरे गांव क्यों गया था? उसे वहां जाने की क्या ज़रूरत थी। लोग एक गांव में एक दूसरे को पहचानते हैं। वह दूसरे गांव गया था, इसलिए लोगों ने उसे पहचाना नहीं और वह संदेह के घेरे में आ गया। इतना ही नहीं मंत्री जी ने हत्यारी भीड़ का समर्थन करते हुए कहा कि लोगों ने उसे चोरी करते हुए पकड़ा था, इसलिए उसे पीटा गया।
चैनल से बातचीत के दौरान सीपी सिंह ने हत्यारी भीड़ द्वारा तबरेज़ अंसारी से जबरन ‘जय श्री राम’ के नारे लगवाए जाने का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा कि ‘जय श्री राम’ बोलना गुनाह है क्या?
बीजेपी मंत्री ने मामले का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल को बदनाम करने का एक चलन सा शुरू हो गया है। कहीं कोई मामला होता है, तो उसके साथ इन संगठनों को जोड़ दिया जाता है। कहीं कोई किसी को मार दे, तो उसे मॉब लिंचिंग बताने का खेल शुरू हो जाता है। असदुद्दीन ओवैसी से लेकर महबूबा मुफ्ती तक सक्रिय हो जाते हैं।
इस दौरान सीपी सिंह ने वीडिया की सत्यता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ‘कट एंड पेस्ट’ का जमाना चल रहा है। किसी वीडियो फुटेज के साथ कोई भी शब्द जोड़ा जा सकता है। इसलिए सोशल मीडिया में वायरल होने वाले हर वीडियो की सत्यता को जांचना एक बड़ी चुनौती है। वीडियो में जो कुछ भी कहा जा रहा है, वह उसी के शब्द हैं, कहना मुश्किल है।
क्या है पूरा मामला?
जमशेदपुर के पास धतकीडीह में 17 जून को 24 वर्षीय तबरेज़ अंसारी को चोरी के शक में कथित तौर पर उग्र हिंदुत्ववादी भीड़ ने पोल से बांधकर रातभर बेरहमी से पीटा था। इस पिटाई 4 दिन बाद तबरेज़ ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था।
मृत युवक की पत्नी शाइस्ता परवीन का आरोप है कि 17 जून की रात उसका शौहर तबरेज अंसारी जमशेदपुर से गांव वापस लौट रहे थे, तभी धातकीडीह गांव में कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया। चोरी का आरोप लगाकर रातभर उन्हें बिजली के पोल से बांध कर रखा। उससे जमकर मारा गया और जय श्री राम व जय हनुमान बोलने के लिए कहा। नहीं बोलने पर बुरी तरह पीटा। सुबह होने पर उन्हें सरायकेला थाने की पुलिस को सौंप दिया।
पत्नी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मारपीट करने वालों पर कार्रवाई की जगह मेरे शौहर को ही चोरी के आरोप में जेल भेज दिया। उन्हें अंदरूनी चोटें भी थीं। इससे रविवार को जेल में ही उनकी मौत हो गई। तबरेज अंसारी की पिटाई के समय का वीडियो बनाकर वायरल भी किया गया।